ग्राम उजाला योजना के तहत केंद्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में 1 करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किये

आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट

दिल्ली, 10 फरवरी:- ऊर्जा के कुशल उपयोग को बढ़ावा देने के लिए उजाला (Unnat Jyoti by Affordable LEDs for All) योजना के बाद केंद्र सरकार ने ग्राम उजाला योजना की शुरुआत की। ग्राम उजाला योजना के तहत 1 करोड़ बल्ब वितरित किये जा चुके हैं। इस लेख में हम ग्राम उजाला योजना और इस योजना से होने वाले फायदों के बारे में जानेंगे।
क्या है ग्राम उजाला योजना ?
गांव-गांव बिजली पहुंचा का केंद्र सरकार अपने वादे को पूरा कर रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की खपत बढ़ी है। गांव में ऊर्जा दक्षता को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने उजाला योजना के आधार पर ग्राम उजाला योजना की शुरुआत की। ग्रामीण उजाला योजना के अंतर्गत ग्रामीण इलाकों के परिवार को 10-10 रुपए में एलईडी बल्ब वितरित किए गए। EESL की 100% स्वामित्व वाली सहायक कंपनी कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (CESL) ने ग्राम उजाला योजना को देश में लागू किया
1 करोड़ LED बल्ब वितरित
ग्राम उजाला योजना के तहत केंद्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में एक करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किये हैं। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में 7 वाट और 12 वाट के ऊर्जा कुशल एलईडी बल्ब वितरित किए गए। ये बल्ब बिहार, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना (5 राज्यों) के ग्रामीण क्षेत्रों में एक पायलट परियोजना के रूप में वितरित किए गए हैं। ग्राम उजाला योजना की पायलट परियोजना के तहत एलईडी बल्ब का वितरण पूरा हो चुका है। वर्तमान में आगे कोई वितरण गतिविधि नहीं चल रही है।

उपभोक्ताओं की भी हुई बचत
ग्रामीण उजाला योजना की शुरुआत से पहले पुराने बल्ब के इस्तेमाल से बिजली की मांग और खपत दोनों ज्यादा होती थी। इससे बिजली का बिल भी अधिक आता था। इसलिए निश्चित रूप से ऐसे समाधान की जरूरत थी, जिससे बिजली की खपत और लागत कम हो लेकिन रोशनी ज्यादा हो। दुनिया के सबसे सस्ते और किफायती LED बल्ब वाले इस कार्यक्रम की वजह से उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में करीब 15 फीसदी की कमी आई है। बिजली के बिल मे आयी इस कमी के कारण उपभोक्ताओं की आर्थिक रूप से भी बचत हुई है। ग्रामीण उजाला योजना आर्थिक के साथ-साथ पर्यावरण के हिसाब से भी काफी फायदेमंद है। इस योजना की मदद से सालाना प्रति वर्ष करीब 1.8 मिलियन tCO2e की बचत भी हो रही है।
मेक इन इंडिया से सस्ता हुआ LED
केंद्र सरकार की मेक इन इंडिया पहल हर लिहाज से फायदेमंद साबित हुई है। मेक इन इंडिया के कारण आज एलईडी बल्ब की कीमतों में भी काफी कमी आयी है। इसके कारण ही LED बल्ब की कीमत में करीब 90% की कमी आई है। भारत अब दुनिया का सबसे बड़ा LED बाजार बन गया है। उजाला योजना के कारण ही भारत में एलईडी बल्ब का घरेलू उत्पादन 1 लाख से बढ़कर 4 करोड़ तक पहुंच गया। LED के दामों में कमी के कारण ही अब कम बिजली खर्च में अधिक रोशनी देने वाले यह LED बल्ब आमजन की पहुंच में आ गया है।