March 15, 2025

PM ने ‘अच्छे फिजियोथेरेपिस्ट’ की बताई परिभाषा, कहा-अच्छा फिजियोथेरेपिस्ट वही, जिसकी जरूरत बार-बार मरीज को न पड़े

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आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट


दिल्ली, 11 फरवरी:- पीएम मोदी ने आज (शनिवार) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अहमदाबाद में आयोजित इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट के राष्ट्रीय 60वें सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अच्छा फिजियोथेरेपिस्ट वही है, जिसकी जरूरत बार-बार मरीज को न हो पड़े।

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लोगों को सेल्फ रेजिलियन बनाना ही अपना गोल है

उन्होंने इस आयोजन के लिए सभी को बधाई दी। सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुडे़। उन्होंने कहा कि खुशी यह है कि मेडिकल फील्ड के इतने प्रोफेसर एक साथ जुट रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा अच्छा फिजियोथेरेपिस्ट वही होता है जिसकी मरीजों को ज्यादा जरूरत न बड़े। लोगों को सेल्फ रेजिलियन बनाना ही अपना गोल है। आज भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। यह प्रोफेशन देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।है।

फिजियोथेरेपिस्ट केवल इलाज नहीं करते बल्कि हौसला भी देते हैं’

पीएम मोदी ने कहा कि जब कोई व्यक्ति अचानक चोटिल होता है तो उसके लिए यह सिर्फ फिजिकल ट्रॉमा नहीं होता बल्कि यह एक मेंटल ट्रॉमा भी होता है। ऐसे समय में फिजियोथेरेपिस्ट केवल उसका इलाज नहीं करते बल्कि उसे हौसला भी देते हैं। मुझे भी आपके प्रोफेशन और आपके प्रोफेशनलिज्म से काफी प्रेरणा मिलती है। आप मुश्किल समय में सिम्बल ऑफ हॉप बनते हैं।पीएम मोदी ने कहा मुझे भी आपके प्रोफेशन से, आपके प्रोफेशनलिज्म से बहुत प्रेरणा मिलती है। अपनी फील्ड में आपने यह जरूर सीखा होगा कि चुनौतियों से ज्यादा मजबूत आपके भीतर की ताकत होती है। प्रोत्साहन और थोड़े से एनकरेजमेंट और सपोर्ट से लोग मुश्किल से मुश्किल चुनौतियों पर भी विजय पा लेते हैं।

हमारे देश के गरीबों को एक सपोर्ट की जरूरत थी

कुछ ऐसी ही बात गवर्नेंस में भी देखने को मिलती है। हमारे देश के गरीबों को एक सपोर्ट की जरूरत थी, ताकि वे अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा कर सकें। बैंक खाता खुलवाना हो, शौचालय बनवाना हो, लोगों तक नल का पानी पहुंचाना हो, हमने ऐसे कितने ही अभियानों से लोगों को सपोर्ट किया।

हमारी स्कीम्स से सोशल सिक्योरिटी नेट हुआ तैयार

आयुष्मान भारत योजना हो या फिर हमारी सरकार की सोशल सिक्योरिटी स्कीम्स, इनके जरिए देश में एक मजबूत सोशल सिक्योरिटी नेट तैयार हुआ है। इसका रिजल्ट क्या निकला है, ये भी हम देख रहे हैं। आज देश का गरीब, देश का मध्यम वर्ग, बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस जुटा पा रहा है। वो आज दुनिया को दिखा रहे हैं कि अपने सामर्थ्य से वो नई ऊंचाइयों को छूने में सक्षम हैं।

एक्सपर्ट्स की लीडरशिप में इंडिया फिट भी होगा, और इंडिया सुपरहिट भी होगा

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के अंत में फिजियोथेरेपिस्ट से कहा, भारत में आपकी प्रेक्टिस का एक बड़ा हिस्सा बुजुर्गों की देखभाल को समर्पित होता है। पेशेंट केयर में आपका एक्सपीरियंस और आपकी व्यावहारिक समझ बहुत मायने रखती है। मैं आपसे इन्हें अच्छी तरह से डॉक्यूमेंट करने का भी आग्रह करूंगा। आज जैसे-जैसे दुनिया में बुजुर्गों की संख्या बढ़ रही है, उनकी देखभाल भी ज्यादा चैलेंजिग और कॉस्टली होती जा रही है।आज के इस दौर में अकेडमिक पेपर्स और प्रेजेंटेशंस के रूप में आपका अनुभव पूरी दुनिया के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होने वाला है। इससे भारतीय फिजियोथेरेपिस्ट की स्किल भी सामने आएगी। उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा एक विषय टेलीमेडिसीन का भी है। आप सभी को वीडियो के द्वारा कंसल्टिंग के तौर-तरीके भी डेवलप करने चाहिए। कई बार ये बहुत ज्यादा मददगार साबित होता है। जैसे अभी तुर्की में इतना बड़ा भूकंप आया है, सीरिया में भी उसका असर है। इस तरह की आपदा के बाद बहुत बड़ी संख्या में फिजियोथेरेपिस्ट्स की भी जरूरत होती है। ऐसी स्थिति में आप सभी मोबाइल के माध्यम से भी बहुत तरह की मदद कर सकते हैं। फिजियोथेरेपिस्ट एसोसिएशन को इस बारे में जरूर सोचना चाहिए। मुझे पूरा भरोसा है, आप जैसे एक्सपर्ट्स की लीडरशिप में इंडिया फिट भी होगा, और इंडिया सुपरहिट भी होगा।

भारत माला परियोजना: माल परिवहन के 35 बहुउद्देशीय पार्क किए जायेंगे विकसित

भारत माला परियोजना के अंतर्गत केंद्र सरकार देश में आवागमन की दक्षता को बेहतर बनाने की हर संभव कोशिश कर रही है। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में जानकारी देते हुए कहा कि देशभर में माल परिवहन के 35 बहुउद्देशीय पार्क विकसित किये जायेंगे। इसके अलावा उन्होंनें चेन्नई-बेंगलुरु हाईवे का जिक्र करते हुए कहा कि काम जारी है और इस साल के अंत तक काम खत्म हो जायेगा, हाईवे के जरिये चेन्नई से बेंगलुरु की दूरी मात्र दो घंटे में तय की जा सकेगी। वहीं नितिन गडकरी ने ऑप्टिकल फाइबर अवसरंचना के संबंध में भी जानकारी दी।

आवागमन की लागत में कमी आयेगी

नितिन गडकरी ने कहा कि 35 बहुउद्देशीय पार्क सामान का आदान-प्रदान करेंगे और सड़क, रेलवे और जलमार्ग से माल परिवहन की सेवाएं प्रदान करेंगे और इन गतिविधियों से वस्‍तुओं के आवागमन की लागत में कमी आएगी और राज्य का बुनियादी ढांचा भी मजबूत होगा।

लॉजिस्टिक दक्षता में वृद्धि होगी

बहुउद्देशीय पार्क के निर्माण से लॉजिस्टिक दक्षता में वृद्धि होने की उम्मीद जताई जा रही है और यह कदम निश्चित रूप से इस उद्देश्य की प्राप्ति की दिशा में एक प्रयास है। यह कार्य लॉजिस्टिक्स मूवमेंट के जाल को खोलने और अर्थव्यवस्था को विकास के तेज पथ पर लाने के लिए लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को जीवंत करने के लिए तैयार के उद्देश्य से किया जा रहा है। पीएम गति शक्ति जैसी पहल के जरिये मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान, विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों की बुनियादी ढांचा योजनाओं को एक साथ लाता है। इसके अलावा, देश के लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए, NHAI द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग लॉजिस्टिक्स प्रबंधन लिमिटेड (NHLML) के माध्यम से NHAI के 100 प्रतिशत स्वामित्व वाले SPV के माध्यम से 35 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (MMLP) विकसित करने का काम जारी है।

पर्यटन एवं औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा

हमारे देश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं जिसको ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार देशों और पड़ोसी देशों के साथ कनेक्टिविटी बनाने पर निरंतर काम कर रही है। जिससे क्षेत्र की कृषि, औद्योगिक और सामाजिक आर्थिक प्रगति को बढ़ावा मिलेगा और दूर-दराज के इलाकों में पर्यटन एवं औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर सृजित होंगे, और देश सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत होगा।

भारत माला परियोजना

भारत माला परियोजना को देश भर में माल और लोगों की आवाजाही की दक्षता को अनुकूलित करने पर प्राथमिक ध्यान देने के साथ शुरू किया गया था। अक्टूबर 2017 में स्वीकृत भारत माला परियोजना के पहले चरण में 34,800 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास के माध्यम से महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के अंतराल को पाटने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। परियोजना ने बुनियादी ढांचे की समरूपता और लगातार सड़क उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित करने के लिए “कॉरिडोर आधारित राष्ट्रीय राजमार्ग विकास” पर जोर दिया। परियोजना के प्रमुख घटक आर्थिक गलियारों का विकास, अंतर-गलियारा और फीडर मार्गों का विकास, राष्ट्रीय गलियारों की दक्षता में सुधार, सीमा और अंतर्राष्ट्रीय संपर्क सड़कें, तटीय और बंदरगाह संपर्क सड़कें और एक्सप्रेसवे हैं।

5 ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य

पिछले 8 सालों में भारत के विकास के विकास ने तेजी से रफ्तार पकड़ी है। भारत माला परियोजना, इंडस्ट्रियल और डिफेन्स कॉरीडोर,मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी, रेलवे, हवाई अड्डे, बंदरगाह, जन परिवहन, जलमार्ग और लॉजिस्टिक्स और इफ्रांस्ट्रक्चर क्षेत्र में निरंतर रिफॉर्म हो रहा है। केंद्र सरकार का उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है। भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए भारत माला परियोजना महत्वपूर्ण है। बता दें कि 2019 में पीएम मोदी ने 2024-25 तक भारत को 5 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर की अर्थव्यवस्था और वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनाने की कल्पना की थी।

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