
आर पी डब्लू न्यूज़/धमेंद्र अदलखा
संगीतमय श्रीराम कथा के तीसरे दिन हुई राम जन्म की कथा

अलवर, 10 फरवरी:- अलवर के प्रताप ऑडिटोरियम में चल रही संगीतमय श्रीराम कथा के तीसरे दिन संत शंभू शरण लाटा ने कहा कि संसार सागर में रहकर कमल की फूल की तरह रहो। इसमें रहते हुए भगवान से ही प्रीति करों और संसार की सेवा करों।संत लाटा ने श्रीराम कथा के तीसरे दिन भगवान श्रीराम जन्म की कथा का वृतांत सुनाया। इस अवसर पर कथा में संत ने कहा कि भगवान को भी अवतार लेना पड़ता है। इंसान को भगवान की राजी में ही खुश होना चाहिए। हमारी डोर प्रभु के हाथों में है जिस प्रकार कठपुतली काम करती है, उसी प्रकार भगवान हम सभी को नचाता है।घर में ही भजन करेंसंत लाटा ने कहा कि वर्तमान में हम वन में तो नहीं जा सकते लेकिन हम घर में ही रहकर बड़ी उम्र होने पर भजन कर सकते हैं। सत्संग और भजन से ही मुकित मिल सकती है।कथा के मीडिया प्रभारी सौरभ कालरा ने बताया कि शनिवार को भगवान श्रीराम और सीता के विवाह की कथा सुनाई जाएगी। प्रताप आडिटोरिय में प्रवेश पूरी तरह निशुल्क है। यह कथा दोपहर ढाई बजे से शाम 6 बजे तक हो रही है जो 16 फरवरी तक चलेगी।