
चंडीगढ़/यमुनानगर, 16 फरवरी
गुरू संत रविदास के जन्मदिन के अवसर पर गांव शादीपुर के इलाके में बुधवार सुबह प्रभात फेरी निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में उनके भक्तों व अनुयायियों ने भाग लेकर एक दूसरे को बधाइयां दी। इस मौके पर शादीपुर के जगदीश कुमार नंबरदार ने कहा कि गुरु संत रविदास ने लोगों को बिना भेदभाव के आपस में प्रेम करने की शिक्षा दी। आज उनका 644 वां जन्मदिन पुरे संसार में मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संत रविदास का जन्म बनारस के नजदीक गांव में सन 1450 में हुआ था । इनकी माता का नाम कलसा देवी व पिता का नाम संतोख दास था । उन्होंने संत रविदास के जीवन की प्रेराणा लेकर उनके दिखाए मार्ग पर चलने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनके सिद्धांत का ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ मूल सार यही है कि इंसान को आत्मा से पवित्र होने की जरूरत है ना की किसी पवित्र नदी में स्नान करने की। संत जी कहा है कि अगल हमारी आत्मा और ह्रदय हर तरह से पवित्र है तो हम पूरी तरह से पवित्र है फिर चाहे हम घर में ही क्यों ना नहाये। उन्होंने कहा कि आज के समय में हमारे पीढ़ी को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ और युवाओं को नशे से बचाव करने को लेकर जागरूक करना चाहिए। और इसके लिए सरकार बी अभी काम कर रही है। और हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि हम बेटियों को ज्यादा से ज्यादा पढाएं और युवाओं को नशे से दूर रखें। उन्हें संतों की वाणी व दिखाए हुए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दें। इस मौके पर बड़ी संख्या में संगत के रूप अनुयायी एकत्रित रहें ।