
चंडीगढ़/ यमुनानगर 17 फरवरी
जिला मिड डे मील वर्कर्स यूनियन ने अनाज मंडी गेट पर इकट्ठे होकर अपनी मांगों का प्रदर्शन करते हुए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। मिड डे मील वर्करों को 8 महीने से मानदेय नहीं मिल रहा जिससे वर्करों में भारी रोष है। धरने की अध्यक्षता करते हुए ब्लॉक प्रधान उषा ने कहा कि हम धरने के माध्यम से सरकार को अवगत कराना चाहते हैं कि हमारी निलंबित मांगों को तुरंत प्रभाव से लागू करो वेतन बढ़ोतरी 8 महीने से मानदेय वर्दी भत्ता बढ़ाया जाए और स्कूलों में खाना बनवाया जाए । मिड डे मील यूनियन की राज्य महासचिव शरबती ने कहा की हड़ताली आंगनवाड़ी कर्मियों की मांग ना मानने की बजाए दमनकारी रवैया अपनाना छोड़ दे वरना सरकार को भुगतना पड़ेगा यमुनानगर जिले मिड डे मील वर्करों ने सीटू के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया और हम आज जो अंबाला में आशा वर्कर्स यूनियन का स्वास्थ्य मंत्री का घेराव था लेकिन सरकार ने पुलिस की सहायता लेकर यमुनानगर के हर चौक पर नाकाबंदी कर दी है जिससे वर्क करो को गाड़ियों से उतारकर दूर-दूर उतार दिया और ड्राइवरों को पीटा गया। सरकार के खिलाफ हम इसकी घोर निंदा करते हैं और हमारे राज्य के लीडरों को गिरफ्तार किया गया है । उन्हें तुरंत प्रभाव से छोड़ा जाए । रिटायर कर्मचारी संघ से साथी सुरजीत और रोशन ने भी संबोधित किया स्कूलों को बंद किया जा रहा है जिससे वर्करों को घर बिठाया जा गया। अधिकतर स्कूलों में वर्करों से बेगार ली जा रही है। जिले के उप प्रधान नीलम भट्टी ने अपने बयान में कहा की सरकार जो नई शिक्षा नीति लेकर आई है उसमें कम बच्चों वाले स्कूलों को बंद किया जा रहा है पहली और दूसरी कक्षा आंगनवाड़ी में दी जा रही है इससे एक तरफ मिड डे मील वर्कर्स का रोजगार जाएगा दूसरी तरफ गरीब बच्चों की पढ़ाई जाएगी उन्होंने कहा कि है सरकार बड़े बड़े पूंजीपतियों व्यापारियों व बड़े जमींदारों के लिए भी काम कर रही है रेलवे बैंक बिजली बीमा सभी को पूंजी पतियों के हवाले किया जा रहा है आखिर बच्चों को सरकारी नौकरी कहां से मिलेगी मजदूर के कानूनों को बदल दिया गया चार लेकर मजदूरों को पूंजी पतियों का गुलाम बनाने का रास्ता है मीटिंग में 8 दिसंबर से प्रदेश सरकार की हठधर्मिता की वजह से आंगनबाड़ी कर्मियों के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि वादाखिलाफी करके प्रदेश की महिला वर्करों को परेशान कर रही है सरकार के इस महिला विरोधी रुक को हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे सरकार के ऐसे दमनकारी निर्णय के खिलाफ किसान मजदूरों के बीच एकता बनाकर संघर्ष में भी उतरने की जरूरत है इस अवसर पर इसरो परमजीत कैलाशो भारती रानी नीलम विद्या रीना राजकोर भी उपस्थित रही।