पंजाब चुनाव में आखरी फेंसले का इंतजार करती सत्ता की कुर्सी — यतीश शर्मा ।

चंडीगढ़/पंचकुला – 19 फरवरी
20 फरवरी को पंजाब की आवाम अपने वोट के अधिकारों से तय करेगी कि किस राजनेतिक दल को पंजाब में सत्ता की कुर्सी पर विराजमान किया जाये । यह बात अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स के अंतरराष्ट्रीय निदेशक यतीश शर्मा ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते कही ।
उन्होंने कहा कि हर राजनेताओं ने पंजाब की आवाम के बीच जाकर अपने वादों से उन्हें खूब लुभावने सब्जबाग दिखाये । क्योंकि अब चुनाव प्रचार बन्द हो चुका है अब पंजाब की आवाम अपने वोटबेंक के अधिकार से हर राजनैतिक दल की किस्मत 20 फरवरी को बंद कर देगी । और 10 मार्च को दुनिया के सामने आ जायेगा कि इस बार पंजाब का कोन सा दल सत्ता की कुर्सी पर विराजमान हो रंगबिरंगी होली खेलेगा । जिस प्रकार से पंजाब चुनाव के समीकरण सामने आ रहे हैं उससे आम आदमी पार्टी का नाम पहले नम्बर पर आ रहा है उसके बाद कांग्रेस फिर भाजपा गठबंधन ओर फिर अकाली दल ।
यतीश शर्मा ने कहा कि पिछले दिनों आम आदमी पार्टी व कांग्रेस पार्टी के बागी नेताओं द्वारा अपनी अपनी पार्टियों के कारनामे सोशल मीडिया के माध्यम से जनता के सामने रखे हैं उस से पँजाब का वोटर हका बका रह मोन धारण कर बैठ गया है । जिससे अब कोई भी समीकरण सिर्फ वोटर की चुप्पी पर सीमित है ।
उन्होंने कहा अगर हम आम आदमी पार्टी की बात करे तो किसान आंदोलन का पार्टी ने पूरा साथ दिया था । वहां पर जितना भी पैसा खर्च हुआ वो सब फंड विदेशो से अर्जित हुआ था यह पूरी दुनिया जानती है ।पिछले कई दिनों से कुमार विश्वास का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे उन्होंने स्पष्ट रूप से आम आदमी पार्टी के सम्बंध खालिस्तानियों के साथ होने का चश्मदीद बताया है । उस वीडियों में उन्होंने कहा है कि उन्होंने पार्टी के सर्वे सर्वा केजरीवाल को बहुत समझाया था कि पंजाब भारत देश की पवित्र भूमि है ओर पँजाब की जनता छल कपट से बहुत दूर है लेकिन केजरीवाल ने उनकी बात नही सुनी । जिस पर उनका केजरीवाल के साथ विवाद हो गया । उनके इस वीडियो के विषय पर आम आदमी पार्टी व केजरीवाल ने अभी तक कोई भी स्पष्टीकरण नही दिया है
ज्ञात रहे कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी किसी समय मे अहम पद पर रहे है । उस वक्त उनको केजरीवाल के सबसे नजदीक माना जाता रहा है । कुमार विश्वास की बातों में कितनी सच्चाई है यह बात तो ये दोनों बहुत अधिक जानते है या आम आदमी पार्टी जानती है क्योंकि उनके वीडियो के बाद पार्टी लो तरफ से कोई स्पष्टीकरण का ना आना पँजाब के वोटर को सोचने पर मजबूर किया बैठा है ।
उन्होंने कहा कि अगर इन चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बात करे तो पँजाब की जनता ही क्या पूरा देश पँजाब में चल रही नोटनकी को देख रहा है । और इस नोटनकी के लेखक नवजोत सिंह सिधु दिन प्रतिदिन चल रही नोटनकी पर ठोको ताली से पूरा एंटरटेनमेंट कर पँजाब कांग्रेस पार्टी का मजाक बनाये हुए है । वही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तैनात चरनजीत सिंह चन्नी अपने भाषणों में क्या बोल जाते है उनको भी पता नही चलता। पिछले दिनों उन्होंने एक सभा मे यू पी , बिहार के लोगो को भइया शब्द से सम्बोधित कर वोटर को बिखेर दिया । कांग्रेस के पुराने वरिष्ठ नेता भी सकते में है पंजाब कांग्रेस की नोटनकी से ऐसे में वह इस बात से हैरान है कि कांग्रेस हाईकमान चुपी क्यों साधे हुए है ।
बाकी बच्ची गठबंधन से सरकार बनाने वाली पार्टियों को किसान आंदोलन की मार का सामना करना पड़ रहा है ।
यतीश शर्मा ने कहा कि कुल मिलाकर अगर पँजाब चुनाव 2022 की ओर देखा जाये तो बहुत मुश्किल है किसी भी पार्टी का सम्पूर्ण बहुमत से सरकार बनाना । अब तो 20 फरवरी का दिन ही बतायेगा की पँजाब का वोटर कितने पर्सेंट वोट डाल कर स्थिति स्पष्ट करेगा ।