कृषि विभाग द्वारा स्थापित इस व्यवस्था का किसानों को उठाना चाहिए भरपूर फायदा:-डीसी प्रदीप दहिया

चंडीगढ़/कैथल(सुशील शर्मा) 21 फरवरी
सूचनाओं के आदान प्रदान में डिजिटल व्यवस्था किसानों के लिए बेहतरीन और लाभकारी–
ऑनलाईन स्कीमों की जानकारी लेने के लिए डिजिटल किसान टच स्क्रीन क्योसक एक अच्छी उपलब्धि–
कृषि विभाग द्वारा स्थापित इस व्यवस्था का किसानों को उठाना चाहिए भरपूर फायदा:-डीसी प्रदीप दहिया
डीसी प्रदीप दहिया ने स्थानीय लघु सचिवालय स्थित उप निदेशक कृषि विभाग के कार्यालय में स्थापित गैलरी और डिजिटल किसान टच स्क्रीन क्योसक का किया उद्घाटन–
मौके पर उपस्थित रहे कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. कर्मचंद
कैथल, 21 फरवरी ( ) बदलते परिवेश में डिजिटल व्यवस्था का महत्व बढ़ता जा रहा है। स्कीमों, योजनाओं और सूचनाओं के आदान प्रदान में यह व्यवस्था आए दिन लाभांवित करने का काम कर रही है। सरकार द्वारा स्कीमों के प्रचार प्रसार हेतू निरंतरता में जोर दिया जा रहा है। डिजिटल व्यवस्था के तहत ऑनलाईन जानकारी देने के लिए कृषि विभाग ने एक डिजिटल गैलरी की स्थापना की है ताकि जिला के किसानों को संबंधित जानकारी ऑनलाईन मिलती रहे। सभी किसानों को स्कीमों का लाभ पहुंचाना सरकार और प्रशासन की प्राथमिता रही है।यह बात उपायुक्त प्रदीप दहिया ने कृषि एवं किसान विभाग के दृष्टिïगत उपनिदेशक कृषि के कार्यालय में स्थापित गैलरी के उद्घाटन उपरांत कही। उन्होंने कहा कि विभागीय स्कीमों का प्रचार -प्रसार अलग-अलग तरीके से फ्लैक्स बोर्ड, पंफ्लेट इत्यादि के माध्यम से भी किया जा रहा है। कार्यालय में प्रतिदिन काफी किसानों का आना-जाना रहता है। इसी के मद्देनजर विभाग द्वारा संबंधित स्कीमों की गतिविधियों एवं लाभ इत्यादि दर्शाते हुए वाल गैलरी स्थापित की गई है। साथ ही इन स्कीमों से संबंधित डिजिटल किसान टच स्क्रीन क्योसक भी लगाया गया है, जिसके माध्यम से किसान विभिन्न स्कीमों व अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों की ऑनलाईन जानकारी ले सकते हैं।इस विषय को लेकर जब कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. कर्मचंद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आज उपायुक्त प्रदीप दहिया द्वारा गैलरी का उद्घाटन किया गया है। इस गैलरी में किसान डिजिटल टच स्क्रीन क्योसक की भी व्यवस्था की गई है, जिसकी स्क्रीन से किसान भाई विभिन्न स्कीमों की जानकारी ले सकते हैं। इतना ही नही क्यूआर कोड स्कैन करके सभी संबंधित किसान जानकारी अपने फोन पर प्राप्त कर सकते है। गैलरी स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य किसान हितेषी विभागीय गतिविधियों को प्रदर्शित एवं परिभाषित करना है ताकि अधिक से अधिक किसान डिजिटल व्यवस्था का लाभ ले सके।डीडीए ने यह भी कहा कि इस विषय को लेकर किसानों से अपील की गई है कि वे सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान हितेषी स्कीमों की अधिक से अधिक जानकारी और लाभ लेने के लिए कृषि विभाग द्वारा की गई व्यवस्था का भरपूर लाभ उठाएं। मौके पर उपस्थित नौच निवासी किसान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उप निदेशक कृषि विभाग द्वारा की गई यह किसान हितेषी व्यवस्था बहुत की अच्छी है। संबंधित किसान इस व्यवस्था का अपने फोन पर भी क्यूआर सिस्टम के माध्यम से लाभ उठा सकते हैं।
उप निदेशक कर्मचद ने बताया कि ऐसी व्यवस्था करने वाला जिला का यह कार्यालय प्रदेश का प्रथम कार्यालय है, जहां पर ज्ञानवर्धक और डिजिटल व्यवस्था के तहत गैलरी स्थापित की गई है। हमारा मुख्य उद्देश्य यही है कि अधिक से अधिक किसानों को सरकार की नीतियों, स्कीमों और योजनाओं का भरपूर लाभ मिले। इस विषय को लेकर हमारे प्रयास निरंतरता में जारी है।
उन्होंने एक जानकारी के तहत यह भी बताया कि विभाग द्वारा आत्मा, फसल अवशेष प्रबंधन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मेरा पानी-मेरी विरासत के साथ-साथ मेरी फसल मेरा ब्यौरा, प्रधानमंत्री किसान समृद्घि योजना किसानों के हित में चलाई जा रही हैं। इनके अलावा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, भूमि सुधार स्कीम के अतिरिक्त भूमि स्वास्थ्य कार्ड यानि हर खेत स्वस्थ खेत स्कीमों को कार्यरूप में परिणत किया जा रहा है।