विद्या नगर निवासी मंदिर से परेशान!
उनका आरोप मंदिर प्रबंधन करता है अपनी मनमानी व करते है तांत्रिक क्रियाएं
कहा: रात के समय मे में ऊंची आवाज में डीजे व माइक बजाते हैं
सैनिक गली में है स्थित कथित छत्रतेश्वरी मंदिर
कहा :मंदिर प्रबंधन ने किया गली में अवैध कब्जा
कहा:बच्चे ,बूढ़ों ,जवानों सभी का जीना हुआ मुहाल
कई बार प्रशासन से करवा चुके हैं अवगत ,नहीं निकला कोई समाधान
निवासी महिला आज उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
भिवानी 25अप्रैल
भिवानी में स्थानीय विद्यानगर स्थित हनुमान मंदिर के पीछे सैनिक गली में स्थित कथित माता छत्रतेश्वरी नाम के मंदिर से परेशान निवासी लघुसचिवालय पहुंचे व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। निवासियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस मंदिर को बस्ती से हटाया जाए क्योंकि यहाँ रात को तेज आवाज में माइक ,डीजे आरती और तांत्रिक क्रियाएँ की जाती हैं जिससे लगभग 40-50 परिवार परेशान हैं।उन्होंने कहा कि इस मंदिर में स्थानीय लोगों को नहीं बल्कि बाहर से बड़ी तादाद में लड़के लड़कियों को बुलाया जाता है जिसकी प्रशासन जांच करें। उनका कहना था कि बच्चे ,बूढ़ो जवानों सभी का जीना मुहाल मंदिर प्रबन्धन ने कर रखा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस बारे में तुरंत संज्ञान ले नहीं तो हम धरने प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
प्रदर्शन कर रहे समस्त विद्या नगर निवासियों का कहना है कि हमारे नगर में स्थित हनुमान मंदिर के पीछे सैनिक गली में कोच दिलबाग सिंह के मकान में एक कथित माता छत्रतेश्वरी नाम से कुछ लोगों ने मंदिर स्थापित कर रखा है। इस मंदिर के प्रबंधक स्थानीय लोगों को अंदर पूजा करने की इजाजत नहीं देते , उनका आरोप है कि इस मंदिर में बाहर से युवा लड़के लड़कियां बड़ी संख्या में आते हैं और वहां तांत्रिक क्रियाएं करवाई जाती हैं ।
साथ ही उनका आरोप है कि तेज आवाज में रात को डीजे में बजता है गलियों में डीजे पर माइक लगा कर बड़ी संख्या में बाहर से बुलाए गए युवाओं को लेकर गली में फेरीलगाई जाती है। इन्होंने पास के गली में अनाधिकृत कर रखा है रात को बाहर से आए और लड़के-लड़कियां वहीं रुकते हैं ।
स्थानीय नागरिकों का मत है कि यहां मंदिर की आड़ में गैरकानूनी व अवैध गतिविधियां चलती है। जो युवाओं को पथभ्रष्ट करने का काम करते हैं ।उनकी अवैध गतिविधियों से 40 परिवार आ चुके हैं। रात को भी काम नहीं कर पाते, बीमार रोगी हर समय परेशान रहते हैं । उन्होंने बताया कि ध्वनि प्रदूषण विद्यार्थी पढ़ नहीं पाते ,स्थानीय नागरिकों को आने-जाने में भारी परेशानी होती है। नागरिकों को कई बार कथित मंदिर प्रबंधक को लिखित व मौखिक रूप से अवगत करा चुके हैं।उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को भी पिछले 2 वर्षों से लिखित शिकायत कर चुके हैं तो भी हमारा कोई समाधान नहीं निकला हैं ।
निवासियो ने कहा कि उन्होंने हमारे कुछ पड़ोसियों पर झगड़ा करने के झूठे मुकदमे करवा रखे हैं व हमें धमकी देते हैं कि हम अपने मकान बेचकर चले जाएं । अतः आपसे विनम्र प्रार्थना है कि इस कथित मंदिर को यहां की बस्ती से हटवाया जाए और उनकी गैर कानूनी गतिविधियों पर रोक लगाई जाए तथा उनके विरुद्ध कानून कारवाई की जाए।