चंडीगढ़/ भिवानी 28 अप्रैल (अभिषेक ठाकुर)
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं आज समाप्त हो गई। इन परीक्षाओं में नकल कुल 3602 मामले विभिन्न फ्लाईंग द्वारा बनाए गए हैं। पिछले की तुलना में 66 प्रतिशत केस ही बने है। इस प्रकार पिछले वर्ष की तुलना में नकल में काफी कमी आई है। इन परीक्षाओं में कुल छह: लाख 68 हजार परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था तथा 372 उडऩदस्तों का गठन किया गया था। यह बात हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह एवं सचिव कृष्ण कुमार ने आज बोर्ड मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही। बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि 20 जून तक हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाएगा। उन्होंने बताया कि 30 मार्च से 27 अप्रैल तक चली हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन शुरू हो गया है। शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदेश भर में 10वीं की परीक्षा के 70 एवं 12वीं की परीक्षा के लिए 39 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं तथा 20 मई तक 18 दिनों में मूल्यांकन का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा। बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि 10वीं कक्षा के लिए 8083 अध्यापक एवं 12वीं कक्षा के लिए 5096 प्राध्यापक मूल्यांकन का कार्य करने के लिए नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा बोर्ड का नकल रोको अभियान काम आया है, जिसके तहत पिछले वर्ष की तुलना में नकल के 66 प्रतिशत केस ही बने है।
बोर्ड चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह एवं सचिव कृष्ण कुमार ने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर बोर्ड ने एक विशेष प्रणाली को अपनाते हुए मूल्यांकन से पूर्व मूल्यांकन केंद्रों पर पहले दिन मॉक मार्किंग टैस्ट किया। मॉक टैस्ट में प्रत्येक कोड की चार-चार उत्तरपुस्तिकाओं की परीक्षकों से जांच करवाते हुए सभी परीक्षकों द्वारा दिए अंकों का अनुपात निकालकर ही अंक दिए जाए। उन्होंने कहा कि अंकन कार्य मॉक मार्किंग टैस्ट नियमानुसार व जारी हिदायतों अनुसार करवाया जाए। इन कॉपियों के मूल्यांकन के बाद सबने इन समस्त कॉपियों का विश£ेषण किया। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि इस खाके के विश£ेषण से ये होगा कि इन कॉपियों में किसने इस प्रश्र के कितने नंबरद एि और क्यो दिए। जिससे बच्चों के हित को देखते हुए बोर्ड ने ये प्रणाली अपनाई हैं। बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि प्रत्येक मूल्याकंन केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। मूल्यांकन कार्य को बोर्ड के अधिकारी मुख्यालय पर लाईव देख सकेंगे। साथ ही केंद्रों की निगरानी के लिए जिला स्तर पर विशेष उडऩदस्तों का गठन किया गया है।
चेयरमैन ने बताया कि 30 मार्च से शुरू होकर 27 अप्रैल तक चली 10वीं व 12वीं की वार्षिक परीक्षाएं प्रदेश भर में कुल 1547 परीक्षा केंद्रों पर आयेाजित हुई थी, जिसमें छह: लाख 68 हजार 589 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिमसें तीन लाख 68 हजार 498 लडक़ें एवं तीन लाख 91 लड़कियां थी। चेयरमैन ने बताया कि 10वीं की परीक्षा में तीन लाख 78 हजार 452, जिसमें ओपन विद्यालय के 42 हजार 72 तथा 12वीं की परीक्षा में दो लाख 90 हजार 137 परीक्षार्थी, जिसमें ओपन विद्यालय के 38 हजार 752 परीक्षार्थी थे। डॉ. जगबीर सिंह ने बताया कि परीक्षा के दौरान नकल के लगभग 3602 मामले दर्ज किए गए। वही परीक्षा ड्यूटी में कोताही बरतने वाले एक केंद्र अधीक्षक, एक उपकेंद्र अधीक्षक, 114 पर्यवेक्षक, पांच लिपिक तथा एक सेवादार को रिलीव किया गया।

