चण्डीगढ़/जींद (संदीप सरोहा) 4 मई : नागरिक अस्पताल में बुधवार को विश्व अस्थमा दिवस मनाया गया। इसमें मुख्यातिथि के तौर पर सिविल सर्जन डॉॅ. मंजू कादियान ने शिरकत कर रोगियों को इसके उपचार, बचाव और लक्षणों के बारे में जानकारी दी। इसमें पीएमओ डॉ. लोकवीर, डॉ. गोपाल गोयल, डॉ. राजेश भोला, डॉ. रमेश पांचाल, डॉ. पूनम, डॉ. विशाल, डॉॅ. नीतू और संजीत ने भी रोगियों को अस्थमा के बारे में जागरूक किया।
सिविल सर्जन डॉ. मंजू कादियान ने बताया कि अस्थमा सांस की गंभीर बीमारियों में से एक है। इस बीमारी के कारण कुछ स्थितियों में आपके लिए सांस लेना मुश्किल हो जाता है। अगर समय रहते उपचार नहीं मिल पाए तो स्थिति काफ ी गंभीर भी हो सकती है। यही कारण है कि जिन लोगों को अस्थमा की दिक्कत होती है, उन्हें लगातार बचाव के उपाय करते रहने की सलाह दी जाती है। पीएमओ डॉ. लोकवीर ने इस रोग के नियंत्रण और रोकथाम की जानकारी देते हुए बताया कि अस्थमा की समस्या काफ ी आम है। हर 12 में से 1 बच्चे को अस्थमा है। जिन लोगों को इस तरह की सांस की दिक्कत होती है उन्हें अपने आहार और जीवनशैली पर विशेष ध्यान देते रहने की आवश्यकता होती है। डॉ. गोपाल गोयल व डॉ. राजेश भोला ने बताया कि विश्व स्तर पर अस्थमा से बचाव और रोकथाम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 3 मई को विश्व अस्थमा दिवस मनाया जाता है। अस्थमा को समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि जब आप सांस लेते हैं तो इस स्थिति में किस तरह की समस्याएं हो सकती हैं। आम तौर पर जब हम सांस लेते हैं तब हमारी नाक के माध्यम से हवा गले और फि र वायुमार्ग से होते हुए फेफड़ों तक पहुंचती है। फेफड़े में बहुत से छोटे वायु मार्ग होते हैं जो हवा से ऑक्सीजन को आपके रक्त प्रवाह में पहुंचाने में मदद करते हैं। अस्थमा की स्थिति में वायुमार्ग संकीर्ण या सूज जाते हैं।
एनसीडी डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रमेश पांचाल ने बताया कि अस्थमा की कुछ स्थितियों में बलगम का उत्पादन भी बढ़ जाता है। इस स्थिति में सांस लेना मुश्किल हो सकता है और जब हम सांस छोड़ते हैं तो खांसी में गडग़ड़ाहट होती है। अस्थमा एक क्रोनिक समस्या है, जिसके लिए आपको निरंतर देखभाल की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि अस्थमा के रोगी को धूम्रपान करने से बचना चाहिए। धूम्रपान करने वाले लोगों के आस-पास भी नहीं बैठना चाहिए। उन्होंने कहा कि धूम्रपान पर स्पष्टï शब्दों में चेतावनी लिखी होती है कि इसके सेवन से कैंसर हो सकता है, इसलिए लोगों को धूम्रपान करने से बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि अस्थमा की स्थिति में सांस लेने में तकलीफ होती है। इसके अलावा लोगों में अस्थमा के प्रकार और इसकी गंभीरता के आधार पर लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। किसी व्यक्ति में अस्थमा के विकसित होने के कई कारण हो सकते हैं। इसे आनुवांशिक भी माना जाता है, यानी कि यदि आपके परिवार में किसी को अस्थमा की समस्या रह चुकी है तो आपमें भी इसका खतरा हो सकता है। इसके अलावा बचपन में वायरल सक्रमण भी आपमें इसके जोखिम को बढ़ा सकती हैं।