चंडीगढ़/रेवाडी – 1अगस्त
महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज का बयान,,,,,
14 अगस्त को धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में मनाया जाएगा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस- महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज,,,,,,
15 अगस्त 1947 से पूर्व पश्चिमी पंजाब में शहीद हुए दस लाख हिन्दू,,,,,
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस हर वर्ष मनाने की पहली बार देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी,,,,,
सर तन से जुदा वाले सवाल पर कहा ऐसा कहना या करना हमारी हिन्दू संस्क्रति का हिस्सा नहीं,,,,
नुपुर शर्मा ने जो कहा वह किताबों में लिखे अनुसार ही बोला फिर भी इसके फैसले के लिए न्यायालय हैं हमें कोई अधिकार नहीं किसी को सजा,,,,,

देश की आज़ादी पर विभाजन की उस विभीषिका को भला कौन भुला सकता है जब पश्चिमी पंजाब में एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा दस लाख हिन्दुओं का बड़ी बेरहमी से कत्ल कर दिया था। उन्ही दस लाख शहीद हुए हिंदुओं की याद में पहली बार हिंदुस्तान के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से घोषणा की थी कि हर वर्ष 14 अगस्त को देश मे विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जाएगा जो इस बार 14 अगस्त के दिन धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में मनाया जाएगा जिसके मुख्यातिथि होंगे प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर, यही निमंत्रण देने रविवार देर शाम रेवाडी में पँहुचे पँचनद स्मारक ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज।

स्वामी जी ने सर तन से जुदा वाले सवाल पर कहा ऐसा कहना या करना हमारी हिन्दू संस्क्रति का हिस्सा नहीं है बावजूद इसके हम भी नबी का पूरा सम्मान करते हैं लेकिन मारने काटने जैसे आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग तो बिल्कुल भी उचित नहीं। नुपुर शर्मा ने जो कहा वह किताबों में लिखे अनुसार ही बोला ओर उसने अपने उस बयान के लिए माफी भी मांग ली है,फिर भी इसके फैसले के लिए न्यायालय हैं हमें कोई अधिकार नहीं किसी को सजा देने का। उन्होंने कहा कि जब हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं तो विशेष समुदाय को भी चाहिए कि वह गौकशी जैसी घिनोनी हरकतें करके हिंदुओं की गौमाता के प्रति अगाध श्रद्धा और उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत न करें ताकि देश और दुनियां में आपसी भाईचारा बना रहे।

स्वामी धर्मदेव जी राष्ट्रीय अध्यक्ष पँचनद स्मारक ट्रस्ट।
वहीं दूसरी ओर पंचनद स्मारक ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष केशव चौधरी ने भी लोगों से आह्वान किया कि वह दस लाख शहीद हिंदुओं को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करने और उनकी याद में 14 अगस्त को कुरुक्षेत्र में मनाए जाने वाले विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर जरूर पहुँचे।