चंडीगढ़/जींद (राहुल हथों) 21 अगस्त

गांव खरक भूरा में प्राकृतिक किसान सुखदेव श्योकन्द कृषि फार्म मे हमेठी जींद के निदेशक डॉ करमचंद के मार्गदर्शन में चल रहे 15 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मैं आए खाद विक्रेताओं को प्राकृतिक खेती के बारे में डॉक्टर सुभाष चंद्र विस्तार से जानकारी दी। खेती में खाद के संतुलित प्रयोग का विशेष महत्व है।भूमि की उपजाऊ शक्ति को बनाना, उपजाऊ शक्ति का संरक्षण करने के लिए प्राकृतिक खादों का प्रयोग करना जरूरी है। खाद विक्रेताओं को प्रशिक्षण इसलिए दिया जा रहा है ताकि वह अपने ग्राहक किसानों को खादों के संतुलन प्रयोग के बारे में सलाह दें कृषि योग्य भूमि के स्वास्थ्य को बचाया जा सके। खेती में सूक्ष्म जीव व प्राकृतिक केंचुए का विशेष योगदान होता है। प्राकृतिक सूक्ष्म जीवों को प्राकृतिक तरीके से तैयार की गई खादो से बचाया जा सकता है। प्रगतिशील प्राकृतिक किसान सुखदेव श्योकन्द ,रामनिवास श्योकन्द ने खाद विक्रेताओं को जीवामृत,धन्नाअमृत, जीवामृत, केंचुए की खाद नीमाअमृत,दशपर्णीअर्क आदि बनाने के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया । प्रकृति किसान सुखदेव ने अपने खेत में प्राकृतिक तरीके से पैदा की गई करेला तोरी मक्का, भिंडी, गेहूं आदि फसलें की जानकारी दी।