
कोरोना से बचाव का सुरक्षा कवच धारण करने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी–युवाओं में वैक्सीन लगवाने के प्रति बढ़ रहा है जोश–बुजुर्ग भी टीकाकरण के लिए आ रहे हैं आगे–कोरोना और इसके वैरियंट को धराशायी करने के लिए सांझे प्रयासों में करें बढ़ोत्तरी : डीसी प्रदीप दहिया–लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगवाने के प्रति जागरूक करने के लिए डीसी प्रदीप दहिया एक बार फिर उतरे मैदान में–अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत कई गांवों का किया दौरा–संबंधित गांव में चल रहे वैक्सीनेशन के कार्यों की करी समीक्षा।
कैथल, 19 जनवरी ( ) डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन ही एक मात्र उपाय है। वैक्सीन लगवाने के प्रति जहां एक ओर युवा वर्ग में भारी उत्साह है, वहीं दूसरी ओर बुजुर्ग भी टीकाकरण के लिए आगे आ रहे हैं। यह हम सबके लिए अच्छी खबर है। आने वाले दिनों में समूचा जिला वैक्सीनेट हो जाए, इसके पूरजोर प्रयास जारी हैं। डीसी प्रदीप दहिया अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पुराने सिविल अस्पताल, गांव मानस, बाबालदाना, बुढ़ाखेड़ा, पाड़ला, गढ़ी, छौत सहित कई गांवों में प्रशासन द्वारा लगाए गए टीकाकरण बूथों पर चल रहे कार्यों की समीक्षा के बाद संदर्भित विषय को लेकर बात कर रहे थे।डीसी ने कहा कि हम सबका मुख्य उद्देश्य कोरोना के कुचक्र को तोडऩा है, इसके वैरियंट को देखते हुए भी हमें सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। डेल्टा और ओमिक्रॉन ऐसे वैरियंट हैं, जो काफी तेजी से फैलते हैं। हमें पूरी तरह से सावधान रहकर अपनी दिनचर्या के कार्यों को सतर्कता पूर्वक आगे बढ़ाना है। गांव मानस में ग्रामीणों से बात करते हुए डीसी ने कहा कि समय निकलने के बाद समय दोबारा नही आता, इसलिए सही समय पर काम करके हम ऐसी महामारी पर अंकुश लगा सकेंगे। सरकार द्वारा इस विषय को लेकर समय-समय पर निर्देश जारी किए जा रहे हैं। हमें समय-समय पर उनकी पालना करते रहना है। मास्क जरूरी-दो गज जरूरी, सैनिटाईजर इत्यादि का प्रयोग करते रहना चाहिए।गांव पाड़ला में स्वास्थ्य कर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए जिन्होंने प्रथम और द्वितीय डोज ली है, उनको क्रमानुसार टिक करते रहें। ऐसे बच्चे जो छुट्टियों के चलते गांव में हैं, उनको जागरूक करें और टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। परिवार सुरक्षित रहेगा तो समाज सुरक्षित रहेगा, इस बात को ध्यान में रखने की जरूरत है। उन्होंने मौके पर उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों को यह भी कहा कि वे निर्धारित मापदंड के तहत टीकाकरण के बाद संबंधित को पैरासिटामॉल की दवाइयां अवश्य दें। ये सभी दवाइयां नि:शुल्क दी जा रही है।अपने दौरे के दौरान उन्होंने संबंधित गांव में डॉक्टरों की टीम के साथ-साथ डयूटी पर तैनात ग्राम सचिवों और पटवारियों की उपस्थिति की भी जानकारी ली। उन्होंने संबंधित कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे लोगों को टीकाकरण और जगह और समय की जानकारी देने के लिए मुनियादी अवश्य करवाएं और स्वयं भी घर-घर जाकर मोटिवेट करें, ताकि जिला में टीकाकरण का ग्राफ अपेक्षाकृत बढ़ सके। उन्होंने आशा वर्करों के साथ-साथ संबंधित कर्मचारियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हमारे कर्मचारी प्रशासनिक व्यवस्था की मजबूत रीड़ माने जाते हैं। इन्हीं के चलते जिला में टीकाकरण का ग्राफ बढ़ा है।डीसी ने यह भी कहा कि जहां तक प्रथम डोज का सवाल है 102 प्रतिशत लोगों ने यह डोज लगवा ली है, जबकि दूसरी डोज का ग्राफ 75 प्रतिशत से अधिक हो गया है। उन्होंने संबंधित गांव में यह जानकारी भी ली की कि किस बूथ पर प्रथम और दूसरी कितनी-कितनी डोज लगी है। उन्होंने स्पष्टï किया कि निर्धारित आयु वर्ग का कोई भी व्यक्ति बिना डोज के नही रहना चाहिए। गांव बुढ़ाखेड़ा में टीकाकरण बूथ के पास सफाई व्यवस्था संबंधित विषय को लेकर कहा कि बूथ के आसपास सफाई व्यवस्था का होना लाजमी है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग गांव के लोगों के साथ मिलकर सफाई व्यवस्था को बनाए रखने का काम करें। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. जंयत आहूजा, डीआईपीआरओ धर्मवीर सिंह, डॉ. नीरज मंगला, शमशेर सिंह के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।