यमुनानगर (आर पी डब्लू न्यूज़) जिला ब्यूरो प्रमुख राजीव मेहता : 29 अगस्त
जिले में कई यूरिया खाद के गोदामों पर केंद्र व प्रदेश सरकार की टीमों की रेड,
यमुनानगर के करेड़ा गांव में टीम ने किया गोदाम सील,
टेक्निकल ग्रेड यूरिया की जगह सब्सिडी के किसानों का यूरिया इस्तेमाल होने का अंदेशा
हरियाणा के यमुनानगर में जहां प्लाईवुड का गढ़ है वही इन प्लाईवुड फैक्ट्री में टेक्निकल ग्रेड यूरिया की जगह किसानों का सब्सिडी का यूरिया प्रयोग होने के मामले सामने आते रहे हैं। क्योंकि दोनों के मूल्य में 60 प्रतिशत से अधिक का फर्क या यूं कहें मार्जन है



इसी को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न टीमों ने यमुनानगर में 4 स्थानों पर एक साथ रेड की।क्वालिटी कंट्रोल के ज्वाइंट डायरेक्टर डाक्टर मनजीत नयन ने बताया की पिछले काफी समय से केंद्र व प्रदेश सरकार की टीमें छापेमारी कर रही हैं। क्योंकि किसानों के सब्सिडी यूरिया व टेक्निकल ग्रेड में काफी अंतर है इसलिए प्लाईवुड फैक्ट्री मालिक लालच में आकर किसानों के सब्सिडी यूरिया का प्रयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी भी सूचनाएं है कि कहीं टेक्निकल ग्रेड यूरिया के बैग में सब्सिडी यूरिया भरा जाता है। उसी को लेकर छापेमारी की जा रही है। करेड़ा खुर्द में भी छापेमारी की गई। लेकिन मौके पर गोदाम का मालिक नहीं मिला। जिसका फोन बंद है। गांव के सरपंच को बुलाया गया, थाना प्रभारी को बनाया गया और गोदाम सील किया गया है।
बड़ी बात दो महीने पहले भी केंद्र व प्रदेश सरकार की टीमों ने यहां के कई स्थानों पर रेड कर सेम्पल लिए थे जिसके बाद 6 सैंपल फेल पाए गए। जिससे स्पष्ट हुआ कि टेक्निकल ग्रेड यूरिया में किसानों के सब्सिडी वाले यूरिया के अंश मौजूद है। इसके बाद 6 प्लाइवुड फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी।
अब टीमें सक्रिय व ऐसी किसी भी सूचना को लेकर सक्रिय जहा किसानो के यूरिया औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल न हो सके व खाद के गोदमों से भी इसीलिए सेम्पल लिए गए व गोदमों तब तक के लिए सील।किये गए है जब तक इन गोदमों से लिये गए खाद के सेम्पल की रिपोर्ट न आ जाये।