बहादुरगढ़ में अवैध रूप से चल रही पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर फैक्ट्री पर सीएम फ्लाइंग की रेड, सीएम फ्लाइंग के साथ फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम ने भी मारा छापा
झज्जर / बहादुरगढ़ (आर पी डब्ल्यू न्यूज़), 30 अगस्त:-
बहादुरगढ़ में अवैध रूप से चल रही पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर फैक्ट्री पर सीएम फ्लाइंग की रेड।
सीएम फ्लाइंग के साथ फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम ने भी मारा छापा
फैक्ट्री मालिक के पास नहीं है फैक्ट्री चलाने की कोई भी परमिशन
ब्लेसरी फ्लेवर्ड वाटर के नाम से बोतलबंद पानी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में में किया जा रहा था सप्लाई।
पानी की बंद बोतलों के सैंपल जांच के लिए भेजे।
जांच रिपोर्ट में खामी मिलने के बाद की जाएगी सख्त कार्रवाई
बिना किसी विभाग की परमिशन लिए भूमिगत जल का अवैध दोहन करके चल रही थी फैक्ट्री।
विभिन्न विभागों के अधिकारियों से फैक्ट्री के संबंध में जुटाई जा रही है जानकारी।
फिलहाल फैक्ट्री मैं बनाई गई सभी पानी की बोतलें की गई जब्त।
बहादुरगढ़ में अवैध रूप से चल रही पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर फैक्ट्री पर सीएम फ्लाइंग ने छापा मारा। इस छापामार कार्रवाई में सीएम फ्लाइंग टीम के साथ फूड एंड सेफ्टी विभाग की टीम भी शामिल रही।
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फैक्ट्री मालिक के पास फैक्ट्री चलाने का कोई भी लाइसेंस नहीं है। यह फैक्ट्री पिछले लंबे समय से बिना परमिशन के चल रही है। मामला बहादुरगढ़ के रामनगर का है। यहां ब्लेसरी फ्लेवर्ड वाटर के नाम से पानी बोतल में बंद करके प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में सप्लाई किया जाता था। सीएम फ्लाइंग की टीम और फूड एंड सेफ्टी विभाग नया छापे मारकर फैक्ट्री की सभी पानी की बोतलों को कब्जे में ले लिया है। फिलहाल दोनों टीमें यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि फैक्ट्री मालिक के पास किसी विभाग की परमिशन है भी या नहीं। फैक्ट्री मालिक फैक्ट्री के सम्बंध में कोई भी कागजात नहीं दिखा पाया। फिलहाल बोतलबंद पानी को जांच के लिए लैब भेजा गया है। अगर पानी में किसी तरह की खामी मिलती है। तो भी फैक्ट्री मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं अधिकारियों का कहना है कि इस फैक्ट्री में भूमिगत जल का अवैध रूप से दोहन किया जा रहा था। पानी की बोतलों पर बिसलरी कंपनी से मिलता जुलता नाम लिखकर महंगे दामों पर इन्हें बेचा जा रहा था। सीएम फ्लाइंग फिलहाल कई पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच आगे बढ़ा रही है। अन्य विभागों की रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।