अंबाला(आर पी डब्ल्यू न्यूज़), 30 अगस्त:-
गणेश चतुर्थी उत्सव देश भर में बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है ऐसे में बाजार में छोटे से लेकर बड़े साइज के गणपति की मूर्तियां मिल जाती हैं इन मूर्तियों को बड़े ही सुंदर ढंग से सजाया जाता है और उसके बाद लोग घरों में गणपति की मूर्ति को स्थापित करते हैं और उसके बाद अपनी अपनी सुविधानुसार गणेश विसर्जन किया जाता है । बाजार में ज्यादातर पीओपी ( प्लास्टर ऑफ पेरिस ) से बनी ही मूर्तियां देखने को मिलती हैं ! अम्बाला-यमुनानगर रोड पर लगभग 25 सालो से भी ज्यादा समय से एक समुदाय के लोग ये मूर्तियां बनाते है जहाँ पर दूर-दूर से लोग गणेश जी की प्रतिमा लेने आते है !
गणेश जी की प्रतिमा लेने
अम्बाला में बनी मूर्तियां श्रदालुओं को काफी आकर्षित कर रही हैं अम्बाला से ही नहीं दूर-दूर से यहाँ पर गणेश जी की प्रतिमा को लेने के लिए लोग आते है और उनका का कहना है वह यहा से मूर्ति लेकर जाएंगे और उसे स्थापित करेंगे ! उन्होंने बताया कि वह श्रद्धा के साथ यहा से गणपति जी की मूर्तियां ले जा रहे हैं।कुछ लोग पहली बार गणेश जी की प्रतिमा लेकर जाएंगे व् घर में पांच,नौ या ग्यारह दिनों तक घर में स्थापित कर इसकी पूजा करेंगे व् बाद में किसी भी नदी में विसर्जित करेंगे ! उनका कहना है कि गणेश उत्सव से एक दिन पहले गणेश जी की प्रतिमा देखने आये है व् कल ढोल-नगाड़ो के साथ लेकर जायेंगे !

मूर्तिकार अपनी हाथ की कला से गणेश चतुर्थी के लिए छोटी बड़ी बहुत ही सुंदर मूर्तिया बनाते है । मूर्तिया बना रहे महिला मूर्तिकार का कहना है कि मूर्तियो का लोग अपने घर में स्थापित करते हैं ! उन्होंने कहा कि लोग पांच,सात या ग्यारह दिनों तक स्थापित करते है वैसे गणेश महोत्सव नौ दिनों तक रहता है ! उन्होंने कहा कि वे पिछले पच्चीस सालो से मूर्तियां बना रहे है लेकिन गणेश महोत्सव में ज्यादा लोग गणेश जी की प्रतिमा लेकर जाते है !