जींद/नरवाना (आर पी डब्लू न्यूज़) राहुल हथो, 1 सितंबर:-
हरियाणा रोडवेज उपकेंद्र नरवाना सांझा मोर्चा के वरिष्ठ नेता रामनिवास खरक भूरा ,प्रदीप शर्मा ,सतबीर धरोदी ,सुरेंद्र पहलवान ने कहा कि किलोमीटर स्कीम के अंतर्गत कार्यरत चालक अनुभवहीन होने के कारण रोजाना हादसे हो रहे हैं , लेकिन बदनाम रोडवेज महकमा हो रहा है ।सांझा मोर्चा के वरिष्ठ नेता रामनिवास खरक भूरा बताया कि परिचालक प्रदीप कुमार से बातचीत के माध्यम से पता चला , जो इस बस पर कार्यरत था , जिसमें परिचालक साफ तौर पर बता रहा है कि सारी गलती चालक व किलोमीटर स्कीम के मालिक की है , जिसमें बस में ना तो वाईपर काम कर रहा था न उसके ब्रेक काम कर रहे थे ।मामला अलवर जिले के बहरोड़ इलाके का है । किलोमीटर स्कीम की बस बहरोड से जयपुर के बीच सोनाताला पुलिया पर अनियंत्रित होकर पुलिया से नीचे गिर गई । हादसे में चीन की मौके पर ही मौत वह 40 से अधिक यात्री घायल हो गए । बस रोजाना रेवाड़ी से जयपुर लगभग 580 किलोमीटर चलती है , जो सुबह 7 बजे बस स्टैंड रेवाड़ी से चलकर रात के 10 बजे वापस रेवाड़ी पहुंचती है । यही बस रोजाना इस रोटेशन में चलती हैं । इन बसों के मालिक द्वारा इन बसों का कोई भी कार्य या चेकिंग नहीं की जा रही है । मालिकों को सिर्फ किलोमीटर और पैसे कमाने से मतलब है । सरकार दिन प्रतिदिन पत्र जारी करके इन बसों के किलोमीटर बढ़ा रही है । जिससे चालक की कोई जिम्मेवारी नहीं होती है । किलोमीटर स्कीम का मालिक प्रतिदिन मनमर्जी से चालकों की अदला बदली करता रहता है । सांझा मोर्चा के नेता सरकार से मांग करते हैं दिन प्रतिदिन बड़े बड़े हादसे हो रहे हैं। और बदनाम हरियाणा रोडवेज हो रही है। हरियाणा रोडवेज और आम जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। यह कतई बर्दाश्त नहीं होगा। यही नहीं दिन प्रतिदिन किलोमीटर स्कीम बसे एक्सीडेंट की शिकार हो रही है। जो हरियाणा रोडवेज बसों की छवि खराब हो रही है। जो कि विश्व के अंदर पहला स्थान ग्रहण करने वाली हरियाणा रोडवेज हैं
रामनिवास खरक भूरा ने बताया कि चार तरह के टेस्ट लिए जा रहे हैं। इनमें सबसे पहले क्रमानुसार डैग टेस्ट, 8-सेफ, जिग-जैग तथा रोड टेस्ट शामिल हैं। रोड टेस्ट सबसे बाद में खुली सड़क पर ड्राइविग बस द्वारा लिया जाएगा। सबसे कठिन 8-सेफ टेस्ट होता है। आठ टेस्ट भी बोला जाता है। इसमें चालक को पास होना जरूरी होता है। परंतु प्रशासन व प्राइवेट मालिकों की मिलीभगत के कारण अनुभवहीन चालकों को किलोमीटर स्कीम की बसों पर नियुक्त किया गया है अनुभवहीन चालको के कारण हरियाणा राज्य परिवहन विभाग बदनाम हो रहा है ।
हरियाणा राज्य परिवहन विभाग के नियमानुसार किलोमीटर स्कीम की बसों पर कार्यरत चालक का पहले टेस्ट लिया जाए व वर्दी पहचान पत्र सहित नियम अधिकारियों द्वारा सख्ती से लागू किया जाए । लापरवाही के कारण जनता को इसका खामियाजा अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है। इस गंभीर समस्या के प्रति अधिकारी द्वारा लापरवाही बढ़ती जा रही है जिससे विभाग व सरकार की बदनामी होती है। कि परिवहन विभाग इस मामले में संज्ञान ले। परिवहन विभाग का निजीकरण न विभाग हित में है। और न जनता हित में ,छात्राओं ,महिलाएं बुजुर्ग वह आम जनमानस को सरल ,सुलभ परिवहन व्यवस्था उपलब्ध करवाने के लिए सरकार परिवहन विभाग के बेड़े में 10000 नई बसें शामिल करें ताकि 70000 बेरोजगार युवकों को रोजगार मिल सके ।