जींद/नरवाना (आर पी डब्लू न्यूज़) राहुल हथो, 1 सितंबर:-

भागवत कथा सुनने से सभी की परेशानियां दूर हो जाती है। भक्ति , ज्ञान, वैराग्य जिस कथा में होते हैं, वहीं भागवत है। गीता, गामत्री, संत, व वेद पर जब अत्याचार होता है तो परमपिता परमात्मा इनकी रक्षा करते हैं। भक्ति महरानी का दु:ख दूर हुआ। समय, भक्ति, नृत्य, करती धुंधकारी की मुक्ति होती है। भयंकर प्रेत आत्मा होने के बाद भी कथा सुनने से मुक्ति हुई। उन्होंने कहा कि संगीतमयी तरीके से पंडाल में आए लोगों को कथा रसपान करवाया। कथा के बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया। लड्डू का प्रसाद अजय गर्ग और विशाल गर्ग द्वारा दिया गया। इसके अलावा केले का प्रसाद धनश्याम द्वारा दिया गया। समिति प्रधान कैलाश सिंगला और संचालक विनोद मंगला ने बताया कि यह कथा सात सितंबर तक चलेगी। इस कथा के बीच में एक दिन बाहर से आए कलाकारों द्वारा डांडिया का कार्यक्रम दिखाया जाएगा। इसके अलावा अंतिम दिन गणपति की प्रतिमा के साथ शोभायात्रा निकालते हुए उसका विसर्जन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कथा के बीच बीच में झांकियों के दर्शन भी करवाए जाएंगे। इस मौके पर मुख्2य यजमान के रूप में पहले दिन प्रदीप नैन, रणधीर चहल और मंजीत चहल ने शिरकत की। इस मौके पर रामबिलास, प्रयागराज, सज्जन ठेकेदार, राजेंद्र अमरगढ़, जयपाल बंसल, देवीराम गर्ग, नरेश जैन, अनिल गुप्ता, प्रवीन मित्तल, राजेंद्र पीएसओ, पंकज बिहारी, पुनीत गोयल, तरसेम शर्मा, पवन मित्तल, जयभगवान और दीपक मित्तल मौजूद रहे।