करनाल की अनाज मंडी में अपनी मागो को लेकर आढ़तियों के आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी, जिला प्रशासन की और से एसडीएम अनुभव मेहता पहँचे आढ़तियों के धरना स्थल पर,
आर पी डब्लू न्यूज़/ सोहन धानिया
- करनाल की अनाज मंडी में अपनी मागो को लेकर आढ़तियों के आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी,
- जिला प्रशासन की और से एसडीएम अनुभव मेहता पहँचे आढ़तियों के धरना स्थल पर,
- कहा जल्द ही इनकी बात उच्च अधिकारियों तक पहुँचकर उचित रास्ता निकाला जायेगा,
- आढ़तियों ने कहा जब तक सरकार उनकी मागे नही मानेगी तब तक आमरण अनशन इसी तरह से रहेगा जारी,
- प्रदेश भर से 7 आढ़ती बैठे आमरण अनशन पर।

करनाल 24 सितम्बर:-हरियाणा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान अशोक गुप्ता ने कहा एसडीएम ने हमारे बीच पहुँचकर हमारी मागो के बारे में जानकारी ली है। उनकी उच्च अधिकारियों के साथ मीटिंग होनी है, जिस पर हमने अपना पक्ष उनके सामने रख दिया है। अभी तक सरकार की और उन्हें बातचीत के लिए कोई भी न्यौता नही आया है, केवल जिला प्रशासन की और से आश्वासन जरूर मिला है। उन्होंने कहा जब तक उनकी मागे नही पूरी होगी तब तक उनका अनशन इसी तरह से जारी रहेगा।

आढ़तियों को कमजोर ना समझे सरकार : रजनीश चौधरी
नई अनाज मंडी के प्रधान रजनीश चौधरी ने कहा कि आढ़तियों की सभी मांगे जायज है। सरकार ने नए-नए कानून उन पर लागू कर रही है जोकि गलत है। जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मान लेती उनका आंदोलन जारी रहेगा। आज एसडीएम ने उसके बीच आकर उनकी मांगों को सुना है और आश्वान दिया है कि वह सरकार के समक्ष मांगों को रखेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार आढ़तियों को कमजोर ना समझे। जब तक मांगे पूरी नहीं होती उनका अनशन जारी रहेगा।
मांगे पूरी नहीं हुई तो लेंगे बड़ा फैसला,

यमुनानगर के जिला प्रधान शिव कुमार ने कहा कि किसानों की फसल की तो दुर्घती हो रही है। उसकी जिम्मेदार सरकार है। आढ़ती चहाते है कि सरकार व उनके बीच बातचीत हो और बीच का रास्ता निकले, ताकि आढ़ती भी ठीक रहे और किसान का भी भला हो सके। लेकिन सरकार किसान का शोषण व नुकसान करना चाहती है। इसका सबूत सरकार ने खुद दिया है आढ़तियों से बात ना करके। आढ़तियों की हड़ताल तब तक खत्म होने वाली नहीं है जब तक उनकी मांगे नहीं मान ली जाती। यदि मांगे नहीं मानी गई तो वह बड़ा फैसला ले सकते है। सरकार जल्द आढ़तियों से बातचीत करके हड़ताल समाप्त करवाएं।
प्रदेश के कोषाध्यक्ष बिट्टू कालड़ा ने कहा कि आढ़ती पिछले 6 साल से अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे है, लेकिन सरकार ढीठ है। फीस को सरकार ने उलझा दिया है और उनकी आढ़त पूरी नहीं दी जा रही। तीसरी उनकी मांग है कि फार्मर की मर्जी से पेमेंट हो। उन्होंने कहा कि व्यापारी लोग बीजेपी के साथ है, लेकिन आज व्यापारी लोगों को पछतावा हो रहा है। जैसे-जैसे उनके अनशन के दिन बढ़ेंगे उनके मन में भी सरकार के प्रति खटास आएगी। आढ़ती चाहते है कि सरकार बाचतीत करके हल निकाले।

एसडीएम करनाल
एसडीएम करनाल ने बताया, आढ़ती एसोसिएशन के पदाधिकारियों से उनकी बातचीत हुई है। उन्होंने जो उनकी मांगे उसकी जानकारी लें ली है। आढ़तियों की मांगों को सरकार के समक्ष रखा जाएगा जो भी हल निकलेगा आढ़तियों को बता दिया जाएगा।