साईबर अपराध से बचने के लिए जागरूकता सबसे बड़ा हथियार, डिजिटल लेन-देन के साथ सामने आ रहे है ठगी से बचने के लिए जागरूकता जरूरी : एडीजीपी ममता सिंह
आर पी डब्लू न्यूज़ / अभिषेक ठाकुर
साईबर अपराध से बचने के लिए जागरूकता सबसे बड़ा हथियार : एडीजीपी ममता सिंह
डिजिटल लेन-देन के साथ सामने आ रहे है ठगी से बचने के लिए जागरूकता जरूरी : एडीजीपी
अभिभावक अपने बच्चों पर विशेष ध्यान रखकर रखे उन्हे नशे से दूर : ममता सिंह

भिवानी, 30 सितंबर : आज देश में जितनी तेजी से डिजिटल लेन-देन को बढावा मिला है, उतनी ही तेजी से ठगी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। खुद को ठगों से बचाने के लिए सबसे जरुरी है जागरुकता और सतर्कता बरती जाए। कई बार ज्ञान के अभाव में लोग साइबर अपराध के शिकार बनते हैं और साइबर अपराधों से लोगों की सुरक्षा के लिए जागरुकता सबसे कारगर हथियार है। यह बात रोहतक रेंज की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह ने कहा कि भिवानी जिला के कस्बा लोहारू के थाना परिसर में नशामुक्ति एवं साइबर अपराध नियंत्रण जागरूता कार्यक्रम के दौरान कही। इस दौरान ममता सिंह ने उपस्थित लोगो से संवाद भी साधा तथा उस पर गौर करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने पुलिस अधिकारियों को नशा व अपराध पर अंकुश लगाने के भी निर्देश दिए।

एडीजीपी ममता सिंह ने माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों पर विशेष निगरानी रखे तथा बच्चों को नशे से दूर रखें और संस्कारवान बनाएं। अभिभावकों का यह योगदान एक उन्नत और प्रगतिशील समाज का निर्माण करने में मददगार साबित होगा। इसके साथ-साथ अपराधों पर नियंत्रण के लिए आमजन को बिना किसी डर-भय के पुलिस का सहयोग और साथ देना चाहिए। उन्होंने बच्चों और युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्र का गौरवशाली व्यक्ति बनने के लिए अपने लक्ष्यों को चुनें और नशा आदि से दूर रहकर अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए दिन-रात मेहनत करें। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य आमजन और पुलिस के बीच भय को समाप्त करना है। पुलिस और आमजन के बीच अच्छे संबंध होंगे, तभी अपराधों पर रोकथाम की जा सकती है। पुलिस की प्राथमिकता इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तथा आम जनता में सुरक्षा की भावना पैदा करना है।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए एडीजीपी ममता सिंह ने कहा कि नशा बेचने व उनका संरक्षण करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। हर व्यक्ति को अपने गांव, गली, मोहल्ले से नशे को समाप्त करने की जिम्मेदारी लेनी होगी तभी हम नशे को जड़ मूल से समाप्त कर सकते है। परिजन अपने बच्चों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखें तथा उन्हें नशे से दूर रहने तथा बेहतर प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए प्रेरित करें। किसी भी बुरी संगत का शिकार होकर अगर कोई युवा नशे से ग्रसित हो चुके है तो उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाकर नशा छोडऩे के लिए प्रेरित करें, पुलिस प्रशासन इसमें पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि आप सभी मिलकर युवाओं को सही दिशा देने का काम करे तथा अपने बच्चों को उच्च शिक्षा, अच्छे रॉल मॉडल बनने बारे प्रेरित करें।