October 21, 2024

अम्बाला के बराड़ा का नाम पुरे विश्व में सबसे ऊँचे रावण के नाम से प्रसिद्ध है  !  अब ये परम्परा ख़तम होने की कगार पर है जिसका कारण बराड़ा में मैदान न होना है !

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आर पी डब्लू न्यूज़/ पंकज सिंह


चंडीगढ़/ अंबाला 2 अक्टूबर:-अम्बाला के बराड़ा का नाम पुरे विश्व में सबसे ऊँचे रावण के नाम से प्रसिद्ध है  !  अब ये परम्परा ख़तम होने की कगार पर है जिसका कारण बराड़ा में मैदान न होना है ! पिछले काफी सालों से बराड़ा में विश्व का सबसे बड़ा रावण बनाया जाता रहा है ! बराड़ा रामलीला क्लब के संस्थापक तेजिंदर राणा ने बराड़ा का नाम पुरे विश्व में प्रसिद्ध किया ! इसके लिए उन्होंने जमीन तक बेच दी ! बराड़ा के रावण का नाम एक बार गिनीज बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज है  , पांच बार लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज है और इंडिया में भी कईं रिकॉर्ड में इसका नाम दर्ज है ! बराड़ा में 210 फ़ीट के रावण का निर्माण किया जाता था लेकिन मैदान की कमी होने के चलते अब रावण के पुतले का साइज छोटा करके 125 फ़ीट कर दिया है ! बराड़ा रामलीला के संस्थापक तेजिंदर राणा व् आम जनता ने सरकार से गुहार लगाई है की इस परम्परा को जारी रखने के लिए मैदान का प्रबंध किया जाये ! वहीँ तेजिंदर राणा का कहना है की अगर उन्हें सरकार जगह उपलब्ध कराती है तो फिर रावण के पुतले का साइज 210 फ़ीट से भी ज्यादा किया जायेगा !

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तेजिंदर राणा–संस्थापक  रामलीला क्लब बराड़ा अम्बाला !

अम्बाला का बराड़ा एक ऐसा नाम जो पुरे विश्व में सबसे बड़े रावण  से प्रसिद्ध है ! ये परम्परा अनेकों सालों से चली आ रही है ! लेकिन जैसे जैसे बराड़ा की आबादी बढ़ती गई वैसे वैसे बराड़ा का रामलीला मैदान छोटा होता गया ! अब हालत ये हैं कि रावण के पुतले का साइज छोटा करना पड़ रहा है और हो सकता है अगले साल रावण के पुतले का निर्माण भी बंद करना पड़े ! 210 फ़ीट के रावण का निर्माण करने वाले तेजिंदर राणा ने मीडिया के सामने अपना दर्द ब्यान करते हुए कहा कि दशहरे का आयोजन इस मैदान में किया जा रहा है ! उन्होंने बताया की अबकी बार जो रावण का पुतला है वो 125 फ़ीट का बनाया गया है  जिसको स्थापित करने की तयारी में हम लगे हुए है ! उन्होंने बताया की पुतले का दहन रिमोट कंट्रोल के साथ किया जायेगा ! उन्होंने बताया की 2017 में हमने 210 फ़ीट का रावण का पुतला बनाया था लेकिन मैदान की कमी होने के चलते 2018 में पंचकूला जाना पड़ा था ! उन्होंने बताया की 2011 में गिनीज बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में हमारे रावण के पुतले का नाम दर्ज हुआ था , उसके बाद पांच बार लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में नाम दर्ज हुआ इसके साथ ही भारत में भी कईं रिकॉर्ड ने इसका नाम दर्ज हुआ ! उन्होंने कहा कि ये वो ही मैदान है जिसमे 2017 में 210 फ़ीट के रावण के पुतले का निर्माण किया गया था ! उन्होंने कहा की अगर कैमरा चारो तरफ गुमायेंगे तो देखेंगे की चारो तरफ मकान बन गए है ! उन्होंने कहा की पहले ये सारी जमीन मेरी थी लेकिन पुतले का निर्माण करने के लिए धीरे धीरे डीलर को बेचता चला गया !  उन्होंने कहा की यहाँ आबादी बस गई है और जितनी पब्लिक को देखने के लिए जगह चाहिए होती है वो यहाँ नहीं रही जिसकी वजह से यहाँ से पंचकूला में इसको शिफ्ट करना पड़ा था !

अमरिंदर सिंह , स्थानीय निवासी बराड़ा अम्बाला !

वहीँ उन्होंने कहा की सरकार से कईं बार गुहार लगा चुके है की बराड़ा में किसी भी प्रकार का कोई मैदान नहीं है ! उन्होंने कहा की बड़े दुर्भाग्य की बात है की मैदान न होने के कारन इस कार्यक्रम को बंद करना पड़ गया था ! उन्होंने कहा की राष्ट्रीय मंच के लोगों और स्थानीय लोगों की वजह से ये कार्यक्रम दोबारा किया जा रहा है ! उन्होंने कहा की स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारी सस्कृति से जुड़ा कार्यक्रम जिसकी वजह से बराड़ा का नाम प्रसिद्ध हुआ वो ही बंद हो गया और उन्होंने फिलहाल छोटे रूप में ही इसको पिछले साल से दोबारा शुरू करने का काम किया ! उन्होंने कहा की अगर भविष्य में ग्राउंड उपलब्ध होता है तो उससे भी बड़ा रावण का पुतला बनाया जायेगा ! जब उनसे पूछा गया की क्या इसके लिए बाहर से कोई कलाकार बुलाया जाता है तो उन्होंने कहा की ये तो समझौता है मैं कोई कलाकार  नहीं हूँ पर धीरे धीरे करते इस मुकाम पर पहुँचने में बहुत कुछ खोया और बहुत कुछ अपना दाव पर लगाया तब जाकर ये उपलब्धि हासिल हुई और उस उपलब्धि  को पूरा न होने का मलाल तो दिल में रहता ही है ! उन्होंने कहा की राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुतले के माध्यम से बराड़ा का नाम प्रसिद्ध किया है ये हमारी सस्कृति से जुड़ा कार्यक्रम है और सरकार को इसके लिए सहयोग करना चाहिए ओर् एक मैदान उपलब्ध कराना चाहिए !

विक्रम राणा , अध्यक्ष  राष्ट्रीय जागरण मंच !

वहीँ जब इस बारे राष्ट्रीय जागरण  मंच के अध्यक्ष  विक्रम राणा से बात की तो उन्होंने बताया की हम पिछले साल से इस पुतले का निर्माण कई संस्थाओं व्  स्थानीय लोगों की मदद से करा रहे है ! उन्होंने कहा की बराड़ा का नाम इसी रावण के पुतले से मशहूर हुआ है ! उन्होंने कहा की सभी समाजसेवी सस्थाओं ने ये बीड़ा उठाया की ये जो हमारी परम्परा बुराई पर अच्छाई की जीत ऐसे ही प्रॉपर बनी रहे ! उन्होंने सरकार पर आरोप लगते हुए कहा की अभी तक सरकार ने बराड़ा के लिए कुछ नहीं किया वहीँ उन्होंने बीजेपी सरकार से उम्मीद जताई है कि वो हमें मैदान उपलब्ध कराएगी ! उन्होंने कहा की ये जो मैदान है इसको हमने रिक्वेस्ट करके दो तीन साल के लिए रुकवाया हुआ है  ! और उन्होंने कहा की शायद उसके बाद बराड़ा में पुतले का निर्माण ही न हो सके ! वहीँ स्थानीय लोगों से भी सरकार से गुहार लगाई है की उन्हें मैदान उपलब्ध  कराया जाये ताकि ये परम्परा सदा चलती रहे !

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