आर पी डब्लू न्यूज़/ सोहन धानिया

करनाल 6 अक्टूबर:-करनाल की अनाज मंडी की व्यवस्था बुरी तरह से बिगड़ चुकी है। धान की ढेरियां और बोरियों से मंडी चौक हो चुकी है। ना मंडी के अंदर जाने का रास्ता है और ना ही मंडी से बाहर आने का, क्योंकि रास्ता पर भी आढ़तियों ने धान की ढेरियां और बोरियां लगा रखी है। बेहतरीन व्यवस्थाओं का दावा ठोकने वाले अधिकारियों के दावे धराशायी हो चुके है। मंडी के बाहर सर्विस रोड पर करीब डेढ किलोमीटर तक धान से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियों की कतारें लगी हुई है। जिससे ना सिर्फ किसानों को जाम की स्थिति से जूझना पड़ रहा है, बल्कि कई-कई घंटों तक इंतजार भी करना पड़ रहा है। ना तो कोई किसानों की सुनने वाला है और ना ही व्यवस्थाओं को सुधारने वाला। लिहाजा किसानों में प्रशासन के प्रति दिखने को भी मिल रहा है। किसानों की माने तो मंडी में धान की लिफ्टिंग की नहीं हो पा रही है। आज शाम 6 बजे से दो दिन के लिए मंडी होगी बंद- करनाल अनाज मंडी के बिगड़े हालातों को दुरुस्त करने के लिए करनाल अनाज मंडी को दो दिन के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है।

जानकारी के अनुसार आज शाम छह बजे से शनिवार सुबह छह बजे तक मंडी को बंद रखा जाएगा। पांच बजे के बाद किसी भी ट्रैक्टर-ट्राली की एंट्री नहीं होगी। और दो दिन तक किसी भी धान की ट्राली का गेट पास नहीं काटा जाएगा। साथ ही राइस मिलरों को भी निर्देश दिए गए है कि जल्द से जल्द धान की लिफ्टिंग करवाई जाए। तो क्या लाइनों में लगे किसानों को वापिस लौटना पड़ेगा- करनाल की अनाज मंडी के बाहर सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रालियां धान लेकर मंडी में एंट्री के लिए कतारों में खड़ी है। ऐसे में आज छह बजे तक ही गेट पास काटे जाएंगे। उसके बाद ट्रैक्टर-ट्राली लेकर खड़े किसानों के गेट पास शनिवार सुबह छह बजे ही कट पाएंगें। ऐसे में किसानों अपनी ट्रैक्टर-ट्रालियों को लेकर या तो वापिस लौटना होगा या फिर कहीं ओर खड़े होकर शनिवार सुबह तक का इंतजार करना होगा। मंडी में फैली अव्यवस्थाएं किसानों पर भारी पड़ रही है। ऐसे में किसान अपनी धान से लदी ट्राली को कहां लेकर जाएगा। इसके अलावा जो किसान किराये पर ट्राली लाए है, उनका क्या होगा। कहीं ना कहीं मोटा नुकसान किसानों का हो सकता है।
बारिश की है चेतावनी, भीग ना जाए किसानों का पीला सोना-
खेतों में लगातार धान की कटाई का कार्य चल रहा है। किसान जल्दी से जल्दी मंडी में अपनी फसल बेचकर निकलना चाहता है लेकिन मंडी के बदतर हालात किसानों के लिए नासूर बन गए है। दूसरा, मौसम विभाग ने भी शुक्रवार को बरसात की संभावना जताई है और प्रशासन के पुख्ता प्रबंधको की पहले ही पोल खुल चुकी है। मंडी में खुले आसमान के नीचे पड़ी धान को बरसात से बचाने के लिए मंडी प्रशासन के प्रबंध नजर नहीं आ रहे। अगर मंडी में किसानों की फसल बरसात की भेंट चढ़ती है तो उसको जिम्मेदार कौन होगा?



करनाल आढ़ती प्रधान रजनीश चौधरी ने आढ़तियों द्वारा आज शाम 6 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे तक मंडी बंद करने का निर्णय लिया है। मंडी में धान को डालने की जगह नहीं बची है। कल सारा दिन मंडी से उठान किया जाएगा। ताकि और धान मंडी में आ सके|