
चंडीगढ़/गुरुग्राम
नारी वह शक्ति है जो ईंट पत्थर से बनी चार दीवारी को घर बना देती है । प्रेम और बलिदान की मूर्ति नारी शक्ति का सम्मान हमारा फर्ज है । यह बात सुधा सॉसाययटी फ़ाउंडेशन गुरुग्राम के चेयरमैन जी के भटनागर ने राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में सॉसाययटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम के तहत महिलाओं को संबोधित करते हुए कही ।
इस अवसर पर सोसायटी की अध्यक्षा श्रीमाती रुचि सक्सेना ने बताया की भारत का राष्ट्रीय महिला दिवस 13 फरवरी को मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और कवयित्री सरोजिनी नायडू का जन्म हुआ था। सरोजिनी नायडू स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ ही स्त्रियों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली प्रमुख कार्यकर्ता थीं। उन्हें ‘नाइटेंगल ऑफ इंडिया’ और ‘भारत कोकिला’ के रूप में भी जाना जाता है। सरोजिनी नायडू को देश की पहली महिला राज्यपाल होने का गौरव भी हासिल है। फिर स्वर सामग्री प्रख्यात लता मंगेशकर को श्रधांजलि अर्पित की गयी और उनको भजन जानकर याद किया गया । इस अवसर पर भारत की सम्मन्नीय महिलाओं को भी उनके द्वारा की गयी विशेष उपलब्धि के लिए याद किया गया । अरुणिमा सिन्हा जिन्होंने माउंट एवरिस्ट पर चढ़ायी की वे बहुत बहादुर महिला थी जिन्होंने चलती ट्रेन में चोरों की पकड़ने का साहस दिखाया और चोरो ने उनको ट्रेन से गिरा दिया जिससे उनको एक टांग गवानी पड़ी ।
इस दिन को सुधा बहुत महत्वपूर्ण मानती है और गरीब परिवार की महिलाओं को स्वास्थ्य सम्बंधी सवाए देती है । गुरुग्राम के खल पाड़ा, जेजे क्लस्टर, बसई एन्क्लेव और साउथ सिटी II पड़ोस में सभी महिलाओं को लगभग 200 सैनिटरी पैड की आपूर्ति की गई। दीप्ति, पूजा, संजोली, किरण, अंजलि, और अनिल दत्ता, स्वयंसेवकों ने बात की और अपने मासिक धर्म के दौरान स्वस्थ रहने के लिए अपनाए जाने वाले आहार के बारे में जानकारी जुटाई।
वर्कशॉप के दौरान रुचि सक्सेना ने युवतियों से बातचीत की और स्वास्थ्य और सेहत के बारे में उनके सवालों के जवाब दिए। और जागरूकता फैलाकर इसमें भाग लिया और सैनिटरी नैपकिन का वितरण किया।