October 21, 2024

माल गौदाम रोड पर स्थित सुनारों की बगीची पर स्वर्णकार सभा के सदस्यों द्वारा गोवर्धन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, लोगों को अन्नकूट का प्रसाद्व वितरित किया गया।

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आर पी डब्लू न्यूज़/ ब्यूरो रिपोर्ट

पलवल 26 अक्टूबर: पलवल जिले में गोवर्धन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर माल गौदाम रोड पर स्थित सुनारों की बगीची पर स्वर्णकार सभा के सदस्यों द्वारा लोगों को अन्नकूट का प्रसाद्व वितरित किया गया।

जुगलकिशोर वर्मा, प्रधान स्वर्णकार सभा

स्वर्णकार सभा के प्रधान जुगलकिशोर वर्मा ने बताया कि पलवल जिले में आज हर जगह गोवर्धन पूजा की जा रही है। इसमें भगवान कृष्ण, गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा का विधान है। यही नहीं इस दिन 56 या 108 तरह के पकवान बनाकर श्रीकृष्ण को उनका भोग लगाया जाता है। इन पकवानों को ‘अन्नकूट’ कहा जाता है। मान्यता है कि ब्रजवासियों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी दिव्य शक्ति से विशाल गोवर्धन पर्वत को छोटी अंगुली में उठाकर हजारों जीव-जंतुओं और मनुष्यों के जीवन को देवराज इंद्र के कोप से बचाया था। यानी भगवान कृष्ण ने देवराज के घमंड को चूर-चूर कर गोवर्धन पर्वत की पूजा की थी। उस दिन से ही गोवर्धन पूजा की शुरुआत हुई। इसे अन्नकूट पर्व भी कहते हैं। इस दिन लोग अपने घरों में गाय के गोबर से गोवर्धन बनाकर उनकी पूजा करते हैं।

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किशन सिहं वर्मा फाइल

 

धर्मवीर राणा
संभू पहलवान स्थानीय निवासी पलवल

स्थानीय निवासी धर्मवीर राणा ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने अपनी उगली में गोवर्धन पर्वत को उठाकर इंद्र के अंहकार को समाप्त किया था। तभी से ब्रजक्षेत्र में अन्नकूट का प्रसाद्घ बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। जिसके माध्यम से हम युवाओं को अपनी सभ्यता व संस्कृति के बारे में अवगत कराते है।

स्थानीय निवासी संभू पहलवान ने बताया कि प्रचीन समय से अन्नकूट प्रसाद्घ वितरण करने की परम्परा चली आ रही है। जिसके अंर्तगत शहर में विभिन्न स्थानों पर अन्नकूट का प्रसाद्घ वितरित किया जा रहा है।

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