प्रेस की स्वतंत्रता सर्वोपरि : डॉ अनिल पाण्डेय
आर पी डब्लू न्यूज/प्रीति धारा
पंचकूला 16 नवंबर:- प्रेस लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। लोकतंत्र की मजबूती में प्रेस का महत्त्वपूर्ण योगदान है। स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस के बिना लोकतंत्र का टिक पाना बहुत मुश्किल होता है।

लोकतंत्र की सफलता के लिए स्वतंत्र, सतर्क, निडर और निष्पक्ष प्रेस का होना आवश्यक है। यह बात गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर -1 के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अनिल पाण्डेय ने विभाग में आयोजित राष्ट्रीय प्रेस दिवस के कार्यक्रम के अंतर्गत प्रेस की स्वतंत्रता विषय पर वक्तव्य देते हुए कही।
उन्होंने कहा कि समय के साथ प्रेस की विश्वसनीयता का संकट बढ़ा है, ऐसे में अपनी कोई प्रतिष्ठा को हासिल करने के लिए जरूरी है कि आज प्रेस सत्य, सटीकता, पारदर्शिता, स्वतंत्रता, निष्पक्षता और ज़िम्मेदारी जैसे पत्रकारीय सिद्धांतों के साथ खड़ा रहे।
इस अवसर पर विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर कुसुम रानी ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस की महत्ता सहित भारतीय प्रेस परिषद् के सांगठनिक संरचना के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. चित्रा तंवर ने विभाग के सभी विद्यार्थियों को भविष्य में प्रेस की जिम्मेदारियों के निष्पक्ष निर्वहन के लिए प्रतीकात्मक रूप से कलम देकर विद्यार्थियों को निडर और निष्पक्ष कलमकार बनने की नसीहत दी।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने पर बीएएमसी अंतिम वर्ष के छात्र मुदस्सिर, छात्रा प्रियंका शर्मा और बीएएमसी पहले वर्ष के छात्र नवदीप को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन विभाग में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर श्रेयसी छत्रपति द्वारा किया गया।