
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
सूक्ष्म उद्योग लगाने के लिए एक करोड़ तक के ऋण का भी प्रावधान
भिवानी, 18 जनवरी:-डीसी नरेश नरवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्यप्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) बेरोजगार लोगों को स्वरोजगारसे जोडऩे में बेहद मददगार साबित होती जा रही है। उन्होंने कहा कि आजादीअमृत महोत्सव के दौरान विभिन्न योजनाओ के तहत व्यक्तिगत तौर पर पुरुष,महिला, किसान उत्पादन संगठन, स्वयं सहायता समूह व सहकारी समिति ऋणयोजनाओं का लाभ ले सकते हैं।डीसी श्री नरवाल ने बताया कि स्वयं सहायता समूह को मशीन की खरीद के लिएप्रत्येक सदस्य के हिसाब से 40 हजार रुपये की राशि प्रदान की जा रही है।बुनियादी ढांचा खड़ा करने के लिए 35 प्रतिशत अनुदान पर ऋण उपलब्ध करवायाजाता है। उन्होंने बताया कि छोटे उद्योग जैसे बेकरी, आटा मिल, सरसों तेलमिल, मसाले, मिठाई, जूस, पेठा, पापड़, फरूट, जैम, शहद, मशरूम, बिस्किट,केक, पिज्जा, टमाटर सॉस, चिप्स, नमकीन, गजक, गुड़, आचार व मखाना आदि सेसंबंधित खाद्य पदार्थ को बनाने व उत्पादन की यूनिट लगाई जा सकती है।उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से सूक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा देने के लिएएक करोड़ रुपए तक का ऋ ण दिया जाता है, जिसमें 35 प्रतिशत सब्सिडी काप्रावधान है। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइनरजिस्ट्रेशन किया जाता है। इससे संबंधित जानकारी के लिए एमएसएमई सेंटर सेसंपर्क किया जा सकता है।