![Screenshot_2023-03-15-10-05-13-565_com.whatsapp[1]](https://rpwnews.in/wp-content/uploads/2023/03/Screenshot_2023-03-15-10-05-13-565_com.whatsapp1-e1678855172509.jpg)
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
-सिचाई एवं जल संसाधन विभाग ने अटल भू-जल योजना के तहत किया किसान मेले का आयोजन
– किसान मेले में किसानों से किया अटल भू जल योजना को सफल बनाने का आह्वान

भिवानी-तोशाम, 14 मार्च:- आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में उपायुक्त नरेश नरवाल के मार्गदर्शन में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग ने अटल भूजल योजना के संबंधित विभागों के साथ मिलकर कैरू खंड के गांव ढांगर में किसान मेले का आयोजन किया। इस मेले में सिंचाई विभाग, मीकाडा, कृषि तथा जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। मेले में अटल भूजल योजना के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी।कार्यक्रम में एसडीओ मुकेश कुमार ने कहा कि जिले की भू-जल स्थिति को देखते हुए किसानों को सूक्ष्म सिंचाई विधियों जैसे टपका व फव्वारा आदि का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अंतर्गत अटल भू जल योजना को लेकर जिले में क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि चलाकर भी आमजन को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पृथ्वी पर पीने योग्य जल बहुत कम मात्रा में है। हम सबको मिलकर जल संरक्षण की मुहिम को चलाना होगा। उन्होंने कहा कि भूमिगत जल प्रतिदिन नीचे जा रहा है और उसकी गुणवत्ता भी खराब होती जा रही है। अत: हमें वर्षा जल संग्रहण को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के जोहड़ों का नवीनीकरण व नव निर्माण इस योजना से किया जा रहा है।

उन्होंने नागरिकों का आह्वान किया है कि जलसंरक्षण व संचय में अपना योगदान देकर अटल भूजल योजना को सफल बनाने में सहयोग करें।मेले के दौरान संबंधित विभागों के विशेषज्ञों ने भी किसानों को अनेक योजनाओं सहित विभाग की सूक्ष्म सिंचाई की परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कृषि विभाग से एडीओ देवेन्द्र सिंह ने किसानों से फसल बीमा के लिए पंजीकरण, फसल को बीमारियों से बचाने के तरीके आदि की महत्वपूर्ण जानकारी दी। बाढङ़ा से एफपीओ संचालक विशे ने बाढङ़ा में हर तिमाही में होने वाली किसान पाठशाला के बारे में किसानों को जानकारी दी और इस किसान पाठशाला में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान सरपंच पूजा देवी, प्रतिनिधि संदीप कुमार, आईसी एक्सपर्ट दीपेन्द्र सिंह, खुर्शीद अहमद, भूजल विशेषज्ञ हितेश सहित अनेक किसान व प्रगतिशील किसान मौजूद थे।