![Screenshot_2023-04-08-20-59-06-393_com.whatsapp[1]](https://rpwnews.in/wp-content/uploads/2023/04/Screenshot_2023-04-08-20-59-06-393_com.whatsapp1-e1680968039775.jpg)
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
कृषि एवं पशु पालन मंत्री जेपी दलाल द्वारा दिया जा रहा है मछली पालन को बढ़ावा
– मछली पालन के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी पर दी जाती है वित्तीय सहायता
-करीब 90 हेक्टेयर भूमि यानि कि 225 एकड़ में झींगा पालन किया जा रहा है
भिवानी,08 अप्रैल:- कृषि एवं पशु पालन मंत्री जेपी दलाल द्वारा दिया मछली पालन को एक प्रमुख रोजगार के रूप में अपनाने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत झींगा पालन के अतंगर्त वर्ष 2022-23 के दौरान जिला में 23 लाभपात्रों को दो करोड़ एक लाख 73 हजार 839 रूपए का अनुदान दिया गया है। जिला में फिलहाल करीब 90 हेक्टेयर भूमि यानि कि 225 एकड़ में झींगा पालन किया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल द्वारा किसानों व आमजन के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वयन की जा रही हंै। इनमें से जिला में झींगा मछली पालन का व्यवसाय भी खूब फलने-फूलने लगा है। लोगों का झींगा पालन के प्रति रूझान दिन-प्रति दिन बढं रहा है। पुरूषों के अलावा अब महिलाएं भी झींगा मछली पालन कर अच्छी खासी कमाई कर रही हैं। खारे पानी में झींगा पालन करना जिला के नागरिकों के लिए वरदान साबित हो रहे है।जिला मत्स्य विभाग के जागरूकता अभियानों के परिणाम स्वरूप जिला में फिलहाल करीब 90 हेक्टेयर भूमि यानि कि 225 एकड़ में झींगा पालन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत लवणीय क्षारीय क्षेत्रों के लिए तालाबो का निर्माण परियोजना में लागत लगभग आठ लाख रूपए प्रति हेक्टेयर आती है। इसी प्रकार से लवणीय क्षारीय जल कृषि के लिए निविष्टिया परियोजना में लगभग छह लाख रूपए प्रति हेक्टेयर लागत आती है।इस योजना में सामान्य वर्ग के लिए अनुदान की सीमा 40 प्रतिशत तथा कमजोर वर्ग/अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति /महिला तथा सहकारी समिति के लिए 60 प्रतिशत अनुदान लाभार्थियो को प्रदान किया जाता है। प्रति हेक्टेयर पोलिथीन लगाने पर आठ लाख रूपए पर 25 प्रतिशत की दर से अनुदान भी दिया जाता है। अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति खारे पानी में झींगा पालन के लिए स्थानीय लघु सचिवालय स्थित कमरा नंबर 115 जिला मत्स्य अधिकारी कार्यालय में संपर्क करें।बॉक्सइस बारे में उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि मछली पालन आज के समय में एक मुख्य व्यवसाय बन गया है, जिसके लिए सरकार द्वारा खूब प्रोत्साहन एवं बढ़ावा दिया जा रहा है। कृषि एवं पशु पालन मंत्री जेपी दलाल के निर्देशानुसार जिले में मछली पालन विभाग द्वारा जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें विशेषकर युवाओं को खारे पानी में झींगा पालन के लिए जानकारी दी जा रही है। झींगा पालन या मछली पालन के लिए कोई भी व्यक्ति जिला मत्स्य अधिकारी कार्यालय में संपर्क कर सकता हैं।