
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
-कृषि मंत्री ने गोपालवास कासनीकलां, सुरपुराखुर्द, बहल तथा शेरला गावों का दौरा कर सुनी लोगों की समस्याएं
-गांव गरवा में 100 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर भारत का सबसे बड़ा उत्कृष्ट मछली पालन अनुसंधान केंद्र का होगा निर्माण:कृषि मंत्री जेपी दलाल

बहल, 03 मई:- प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि जनसाधारण की समस्याओं का समाधान करना और गरीब व किसान की खुशहाली के लिए सरकार की योजनाओं का बिन मांगे फायदा देना मेरा नैतिक दायित्व है।उन्होंने कहा कि क्षेत्र के गांव गरवा में 100 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर भारत का सबसे बड़ा उत्कृष्ट मछली पालन अनुसंधान केंद्र का निर्माण करवाया जाएगा। इसके अलावा कृषि, बागवानी, पशुपालन तथा मोटे अनाज के अनुसंधान केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं, ये अनुसंधान केंद्र किसानों की पैदावार बढाने के साथ-साथ आय, रोजगार बढ़ेगा और क्षेत्र में खुशहाली के लिए मील के पत्थर साबित होंगे।कृषि मंत्री जेपी दलाल आज बुधवार को गोपालवास कासनीकलां, सुरपुराखुर्द, बहल तथा शेरला गावों में लोगों को संबोधित कर उनकी समस्याएं सुन रहे थे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के गांव गरवा में 100 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर भारत का सबसे बड़ा मछली पालन अनुसंधान केंद्र निर्माण करवाया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि बाजरे जैसे मोटे अनाज को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2023 को मिलेट्स वर्ष घोषित किया है इससे बाजरे तथा मोटे अनाज उत्पादन क्षेत्रों के किसानों को बहुत बड़ा फायदा होगा बाजरे का भाव बढ़ेगा और विकसित देशों में इसका निर्यात हो सकेगा। गोकुलपुरा में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा 50 करोड़ की लागत से मोटे अनाज अनुसंधान केंद्र की स्थापना की जा रही है। केंद्र का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा खरकड़ी में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय का उत्कृष्ट केंद्र स्थापित किया जा रहा है। गांव गिगनाऊ में 60 एकड़ भूमि पर इंडो इजरायल तकनीक पर आधारित बागवानी का एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। किसानों को आधे रेट पर सब्जियों तथा फलों की पौध दी जा रही है।

कृषि मंत्री ने कहा कि बहल में 10 करोड़ रुपए की लागत से लुवास के हरियाणा पशु विज्ञान केंद्र की स्थापना की जा रही है। कृषि मंत्री ने बहल के सरपंच से आग्रह किया कि यदि उनको लुवास केंद्र के भवन का निर्माण कार्य होने तक कोई भवन उपलब्ध करा दिया जाए तो लुवास केंद्र अपना कार्य अस्थाई रूप से शुरू कर देगा। इसका निर्माण कार्य पूरा होने के उपरांत पशुओं के सभी प्रकार की रोगों की जांच, पशुओं के ऑपरेशन व एक्सरे की सुविधा रहेगी। पशु रोगों के विशेषज्ञ भी उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि गांव सलेमपुर में 10 करोड रुपए की लागत से वीटा का प्लांट स्थापित किया जाएगा तथा इसका फायदा दुग्ध उत्पादक किसानों को होगा। गांव बरालू में अनाज भंडारण केंद्रों की स्थापना की जा रही है। लोहारू में बकरी प्रजनन केंद्र स्थापित किया जा रहा है। क्षेत्र की इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने के उपरांत यह क्षेत्र कृषि, बागवानी ,मोटे अनाज, मछली पालन तथा पशुपालन का हब बन जाएगा। लोहारू क्षेत्र की इन परियोजनाओं को अन्य प्रदेशों के किसान देखने ,जानकारी व अनुभव लेने के लिए यहां दौरा करेंगे। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि गरीब परिवारों की आय बढ़ाने व आजीविका के लिए पशुपालन विभाग द्वारा 15 बकरी व एक बकरा 90 प्रतिशत अनुदान पर 10 हजार रुपए में दिया जा रहा है। जिससे जरूरतमंद परिवार अपनी आजीविका कमा सके। ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री दलाल ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब लोगों की हर संभव मदद के लिए कल्याणकारी नीतियां बना रही है, ऐसे में कोई भी जरूरतमंद गरीब-पात्र व्यक्ति सरकार की योजनाओं से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार गरीब परिवारों के स्वास्थ्य की तरफ विशेष ध्यान दे रही है, इसी के चलते सरकार द्वारा आयुष्मान भारत के तहत, जिन परिवारों की आय एक लाख 80 हजार से कम है, उनके चिरायु कार्ड बनाए जा रहे हैं, जिससे कि वे एक साल में पांच लाख रुपए तक का सरकारी या पैनल पर लिए गए निजी अस्पतालों में उपचार फ्री करवा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे 29 लाख लोगों के चिरायु कार्ड बनाए जा रहे हैं। रवि का कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के कारण विदेशों में भारत की साख बढ़ी है। हर भारतीय को विदेशों में सम्मान की दृष्टि से देखा जाने लगा है। कृषि मंत्री ने कहा कि क्रेंद्र सरकार 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज दे रही है। उन्होंने कहा कि 8 साल में जितनी नोकरी निष्पक्ष रूप से मिली ऐसा पीछे कभी नहीं हुआ।कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि गत कपास फसल खराबे का करीब 255 करोड़ रुपये मंजूर हो गया है जो जल्द ही किसानों के खातों में डाल दिया जाएगा। मुआवजा किसानों के खतों में सीधा भेजा रहा है और उन्होंने कहा कि जब देश का किसान संपन्न होगा, तभी देश समृद्ध बन सकेगा। किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में बिजली, पानी और नहरी पानी मुहैया करवाना उनकी प्राथमिकता है।पशुपालन मंत्री ने कहा कि कृषि एवम पशुपालन के लिए 100 भेड़-बकरियों के पालन पर दस लाख तथा 500 भेड़-बकरियों के पालन पर 50 लाख रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है। मच्छली पालन को बढावा देने के लिए करोंड़ों रुपए की सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई पर भी सरकार द्वारा 85 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने किसानों को सूक्ष्म सिंचाई पद्घति को अपनाने को कहा।कृषि मंत्री का सभी गांव में पगड़ी पहनाकर व फूलों की माला से स्वागत किया गया।कृषि मंत्री ने गांवो में बिजली, पेयजल, नहरी पानी तथा ग्रामीण विकास के लिए लाखो की ग्रांट देने का आश्वासन दिया।इस अवसर पर नायब तहसीलदार गौरव रोजरा, बीडीपीओ रेनूलता , खंड शिक्षा अधिकारी शिवकुमार तंवर, एसडीओ विक्रम सिंह परमार, परविंदर, एसडीओ परमवीर,रविंद्र मंडोली ,शैली कादयान, विजय फोगाट, वीरेंद्र लंबा, वीरेंद्र मंडोली,गजेंद्र मंडोली, गजानंद अग्रवाल, सरपंच सुमित्रा,रामचंद्र डांगी, राजेंद्र सनसनीवाल ,सरपंच प्रतिनिधि सुरेश सोनी ,अजय विधनोई, ग्राम सचिव सुरेंद्र श्योराण, धनसिंह कसवां,भगत सिंह धनखड़, रमेश प्रजापत के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी ,कर्मचारी तथा पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता,गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।