
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
– जिले की 41.74 किलोमीटर यमुना के सीमा क्षेत्र में आने वाले घाटों का किया दौरा
– यमुना घाट पर कहीं भी कटाव दिखाई दे तो वहां तुरंत स्टड का निर्माण करवाएं
सोनीपत, 07 मई:- यमुना नदी के अंदर बाढ़ नियंत्रण को लेकर रविवार को उपायुक्त ललित सिवाच ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिले की 41.74 किलोमीटर यमुना के सीमा क्षेत्र में आने वाले बेगा, मिमारपुर, मेहंदीपुर, बड़ौली घाट व दहिसरा घाट सहित सभी सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए 13 कोम्पलेक्स का दौरा कर गहनता से जांच की। उपायुक्त ने इस अवसर पर बाढ़ नियंत्रण को लेकर यमुना नदी के अंदर लगने वाली नई ठोकरों सहित पुरानी ठोकरों की होने वाली मरम्मत कार्यो का जायजा लिया ताकि बरसात के समय में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।उपायुक्त ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि यमुना नदी के अंदर बनाई जाने वाली नई ठोकरों का निर्माण कार्य सहित पुरानी ठोकरों के मरम्मत कार्य को मजबूती के साथ करें तथा गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। जिला उपायुक्त ने बाढ़ नियंत्रण कार्यों के लिए नजदीकी गांव के लोगों से भी बातचीत की क्योंकि जो लोग बाढ़ प्रभावी क्षेत्रों में खेतीबाड़ी का काम करते हैं, उन्हें बाढ़ आने पर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।उन्होंने कहा कि किसी घाट पर कहीं मिट्टी का कटाव दिखाई देता है तो वहां तुरंत स्टड का निर्माण करवाएं।
उन्होंने चेतावनी दी कि यमुना के बहाव से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गन्नौर खंड के बेगा घाट से गांव दहिसरा की सीमा तक का यमुना नदी का क्षेत्र सोनीपत जिले में आता है, जिसकी लंबाई करीब 41.74 किलोमीटर है। इस क्षेत्र का निरीक्षण करने के उद्देश्य से उपायुक्त ललित सिवाच संबंधित अधिकारियों के साथ बेगा घाट पर पहुंचे। उन्होंने यमुना के बहाव और कटाव को मौके पर ही समझते हुए नई ठोकरों के निर्माण और पुरानी ठोकरों की मरम्मत पर विस्तार से चर्चा की।गांव मिमारपुर घाट के पास गांव वासियों द्वारा एक पुलिस चौकी लगवाने की डिमांड पर उपायुक्त ने मौके पर उपस्थित पुलिस अधिकारी को निर्देश दिए कि वे पुलिस चौकी खोलने के लिए जो भी औपचारिकताएं है पूरा कर यहां पुलिस चौकी खुलवाई जाए। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी, एसडीएम सोनीपत राकेश संधू, एसडीएम गन्नौर अनुपमा मलिक, डीआरओ हरिओम अत्री, एसीपी रमेश कुमार, सिंचाई विभाग के एक्सईएन गुलशन कुमार, तहसीदार जिवेन्द्र मलिक, तहसीदार रविन्द्र, बीडीपीओ राई जितेन्द्र सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।