
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
फतेहाबाद, 27 दिसंबर :-7वीं वाहिनी, नेशनल डिजास्टर रिसपोंस फोर्स (एनडीआरएफ), बठिंडा द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, धांगड़ में स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को प्राकृतिक आपदाओं के समय बचाव की जानकारी दी गई।एनडीआरएफ बठिंडा की टीम में शामिल निरीक्षक मनोज भारद्वाज ने विद्यार्थियों को भूकंप, जलभराव/बाढ़, आगजनी के अलावा रेल दुर्घटना व सडक़ हादसों के दौरान बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। भूकंप से बचाव कार्य के बारे में निरीक्षक मनोज भारद्वाज ने विद्यार्थियों को बताया कि भूकंप की स्थिति होने पर भयभीत नहीं होना चाहिए और शांति बनाए रखना चाहिए। जब भी कभी भूकंप आने का पता चले तो अपने आप को मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे छिपाना चाहिए। अगर घर में कोई फर्नीचन ऐसा नहीं हो तो घुटनों के बल चलकर मजबूत दीवार के साथ फर्श पर बैठ जाए। दरवाजे के पास खड़ा नहीं होना चाहिए, क्योंकि झटके से दरवाजा टूट सकता है और चोट लग सकती है।उन्होंने कहा कि भूकंप आने पर कांच की खिड़कियों व दरवाजे से दूर रहना चाहिए। बचाव के लिए एलीवेटर या लिफ्ट का प्रयोग बिल्कुल ना करें। भूकंप आने पर यदि आप पहले से ही बाहर है तो खुले मैदान में जाएं। ईमारतों, लाइटों व बिजली के खंबों से दूर रहे। किसी बड़े पेड़ के नीचे न जाएं। आगजनी होने की स्थिति पर काबू पाने और बचाव की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार की दुर्घटनाओं में लकड़ी, कपड़ा व कागज आदि में आग, ज्वलनशील पदार्थ जैसे पैट्रोल, डीजल, ग्रीस, कैरोसीन व एल्कोहल, गैसीय पदार्थ जैसे कॉलगैस, क्लोरिन गैस व हाइट्रोजन गैस, धातु जैसे पैटोशियम, मैगनिशियम व कॉपर तथा बिजली आदि से संबंधित आगजनी शामिल है। उन्होंने बताया कि इस आगजनी के मुख्य कारण बीड़ी, सिगरेट का जलाकर इधर-उधर फैकना, बिजली के तार या स्विच का खराब होना, ज्वलनशील पदार्थों का अनुचित भंडारण व इन परिसरों में झाड़-फूस आदि का खड़ा होना व उनसे आग लगना मुख्य कारण होते हैं।एनडीआरएफ की टीम ने विद्यार्थियों को बताया कि जलती हुई बीड़ी, सिगरेट को इधर-उधर नहीं फैकना चाहिए। कूडा-कर्कट का स्थान निर्धारित होना चाहिए। बिजली का इस्तेमाल सावधानी पूर्वक करें। फ्यूज के तार सही व अच्छी किस्म के हो। बिजली के एक प्वाइंट पर अधिक लोड न हो और वायरिंग ठीक हो। बिजली की आग लगने पर सबसे पहले मैन स्विच ऑफ करें। गैस सिलेंडर या गैर स्वॉव का वॉल अच्छी तरह से बंद करना चाहिए। ज्वलनशील भंडारणों में धुम्रपान न करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अगर कोई भी आपदा आती है तो घबराना नहीं चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा आने पर जिला प्रशासन, पुलिस, फायर बिग्रेड, स्वास्थ्य विभाग को तुरंत सूचना दें ताकि बड़ी आपदा के समय एनडीआरएफ तक जानकारी पहुंच सके। इस दौरान एनडीआरएफ की टीम ने बच्चों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाव को लेकर डेमो भी करके दिखाया। इस मौके पर स्टाफ सदस्य व अनेक विद्यार्थी मौजूद रहे।