
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
एडीसी की अध्यक्षता में जिला को नशा मुक्त रखने के लिए स्टेट एक्शन प्लान से संबंधित वर्कशॉप आयोजित

फतेहाबाद, 25 जनवरी:- नशा करना सामाजिक बुराई है तथा कानूनी अपराध भी है। नशे को खत्म करने के लिए सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी तथा नागरिक भी पूर्ण सहयोग करें। यह बात अतिरिक्त उपायुक्त अजय चोपड़ा ने बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला को नशा मुक्त रखने हेतू स्टेट एक्शन प्लान से संबंधित आयोजित एक वर्कशॉप को संबोधित करते हुए कही।अतिरिक्त उपायुक्त अजय चोपड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार के आदेशों की पालना में जिला को नशा मुक्त करने के लिए स्टेट एक्शन प्लान तैयार किया गया है, जिसके तहत आज पंचायत विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा स्टेट नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो सहित अन्य विभाग व विभिन्न ग्राम पंचायतें वर्कशॉप में भाग ले रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार में एक भी व्यक्ति नशा करता है तो वह पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है। नशे जैसी सामाजिक बुराई को समय रहते खत्म नहीं किया गया तो समाज को भयंकर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए ग्राम पंचायतें व आमजन मानस आगे आएं। नशा करने वाले व नशा की तस्करी करने वाले व्यक्तियों की सूचना अवश्य दें। सूचना देने वाले व्यक्तियों का नाम गुप्त रखा जाएगा। एडीसी ने कहा कि नशा के आदी हो चुके व्यक्तियों का नशा मुक्ति केंद्र में सरकार द्वारा उनका ईलाज भी करवाया जाएगा। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि नशा मुक्ति के लिए समय-समय पर जन-जागरण अभियान चलाकर नशे से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को अवगत करवाए। इस कार्य में आमजन के साथ-साथ युवाओं को भी ज्यादा से ज्यादा प्रेरित करें, ताकि वे नशे से दूर रह सके और नशा तस्करों की जानकारी भी दे सके।एडीसी अजय चोपड़ा ने कहा कि सरकार की हिदायतोंनुसार जिला में स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल के तहत 260 के लगभग कमेटियां ग्राम स्तर पर गठित की गई है। ग्राम स्तर पर गठित कमेटियों में सरपंच, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, पटवारी, ग्राम सचिव, स्कूल के मुखियाओं को भी शामिल किया गया है। उन्होंने सरपंचों व ग्राम पंचायतों से कहा कि अपने-अपने गांव में नशा करने वाले व्यक्तियों तथा नशा तस्करी में जुड़े व्यक्तियों के आंकड़े एकत्रित कर पूर्ण विवरण के साथ प्रोफॉर्मा भरकर संबंधित बीडीपीओ को दे ताकि पुलिस विभाग से मिलकर नशा करने वाले व्यक्तियों का नशा छुड़वाने के लिए नशा मुक्ति केंद्रों में दाखिल करवा सके

और नशा तस्करी करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही अमल में लाई जा सके। उन्होंने कहा कि आंकड़ों के आधार पर ही आगे का प्लान तैयार किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि एकत्रित आंकड़े सरकार के पोर्टल पर रखे जाएंगे और नशा करने वाले व्यक्तियों का सरकार द्वारा ईलाज भी करवाया जाएगा। उन्होंने 90508-91508 टोल फ्री नंबर पर भी नशा तस्करों की सूचना दे सकते हैं।इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत, हरियाणा स्टेट नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के एसआई भजन दास, एएसआई सतबीर सिंह व सूर्यकांत सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी जिला को नशा मुक्त रखने के लिए विस्तार से जानकारी दी और अपने-अपने सुझाव सांझे किए। इस मौके पर अयाल्की सरपंच महेंद्र सिंह, अलीपुर बरोटा सरपंच मुकेश सहरेवा, पंच भारतभूषण तथा दोलतपुर के सरपंच संजय वर्मा ने भी अपने सुझाव रखे और वर्कशॉप में बताया कि वे अपने-अपने गांव में नशा तस्करी करने वाला कोई व्यक्ति पाया जाता है तो वे उसकी जमानत नहीं करवाएंगे, गांव में यह फैसला लिया गया है। इसके साथ-साथ वे गांव में जागरूकता अभियान भी चलाएंगे।