
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
-कहा, संतों के दिखाए मार्ग पर चलकर समाज को मजबूती देने का करें काम
-संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती पर कार्यक्रम आयोजित

फतेहाबाद, 4 फरवरी:- विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा है कि समाज में संतों का एक बड़ा योगदान रहा है। संतों ने हमें कुरीतियों से दूर रहकर सद्मार्ग पर चलकर राह दिखाई है। संतों ने समाज को छूआछूत, अमीर-गरीब के भेदभाव को मिटाकर जोडऩे का काम किया है। विकास एवं पंचायत मंत्री शनिवार को भट्टू रोड बिजली घर के पास संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री ने संत गुरु रविदास की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और उनका आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि सरकार ने संत-महापुरूषों की जयंती को सरकारी स्तर पर मनाने का निर्णय लिया है। सरकार का उद्देश्य है कि संत महात्माओं ने जो उपदेश और विचार हमें दिए है आने वाली पीढिय़ों में भी वो संचारित हो, इसके लिए ये कार्यक्रम बड़े उपयोगी है। उन्होंने कहा कि महान संत शिरोमणि गुरु रविदास जी के नाम पर टोहाना विधानसभा के गांव रसूलपुर में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नामकरण किया गया है।

यह कदम गुरु रविदास जी को सच्ची श्रद्धांजलि भी है। इसके लिए कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार भी जताया। कार्यक्रम में आए नागरिकों से कैबिनेट मंत्री ने आह्वान किया कि वे 36 बिरादरी का सहयोग लेते हुए संतों के दिखाए मार्ग पर चलें। विकास में अपनी सकारात्मक भागीदारी निभाए। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखें और उनकी ऊर्जा का सकारात्मक इस्तेमाल किया जाए। युवा समाज व देश के अच्छे नागरिक बने और अपने कार्यों से राष्ट्र के नव निर्माण में अपना योगदान दें। इस अवसर पर नागरिकों द्वारा कैबिनेट मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के समक्ष विकास के लिए मांग पत्र रखा गया। कैबिनेट मंत्री ने निर्माणाधीन आश्रम में पांच लाख रुपये की राशि का सहयोग दिया। नागरिकों की सडक़/गली निर्माण की मांग पर अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इसका प्रस्ताव बनाकर भेजे और उस पर कार्यवाही करें। इस मौके पर प्रसिद्ध सर्जन डॉ. वीरेंद्र सिवाच, विनोद बबली, जिला परिषद के सीईओ कुलभूषण बंसल, जिला पार्षद बंटी गढ़वाल, नायब तहसीलदार राजेश गर्ग, दिव्यानंद जी महाराज, स्वामी धर्मानंद जी महाराज, श्याम मुनि जी महाराज, पारख दास जी महाराज, संत विजेंद्र दास जी महाराज, सूर्यानंद सरस्वती जी महाराज, सदानंद जी महाराज, कमलानंद जी महाराज, अनिल प्रकाश, ईश्वर दास, कमल नंबरदार, भाल सिंह जांगड़ा, डॉ. रामफल, पूर्व पार्षद भरत सिंह, सरपंच जसवंत सिंह, मांगे राम, साहब राम, डॉ. अजय सिंह, मंगत सिंह, हनुमान सिंह सहित बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।