बच्चों की रूचि, आदत और क्षमता को समझकर परवरिश करें अभिभावक : अनिल मलिक

आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से डीएवी पब्लिक स्कूल में जागरूकता सेमिनार का आयोजन

फतेहाबाद, 21 फरवरी:- हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्यस्तरीय परियोजना बाल सलाह, परामर्श व कल्याण केंद्रों के तत्वावधान में स्थानीय सेठ बद्री प्रसाद डीएवी पब्लिक, स्कूल में व्यवहारिक आचरण, संवाद, भावनाओं की अभिव्यक्ति, सुरक्षित परवरिश के मनोवैज्ञानिक तौर तरीके विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि बच्चों की रुचि, आदत और क्षमता को समझकर परवरिश करते रहना है।उन्होंने कहा कि आने वाले कल को क्या होगा, कैसे होगा, क्यों-किस तरह से होगा इस सोच में आज को बर्बाद ना करते हुए पारस्परिक भरोसा कायम रखकर प्रकृति के नियम अनुसार प्रतिदिन प्रतिपल बदलाव को महसूस करना है। लीक से हटकर नई सोच का निर्माण करना है, रचनात्मकता और सॉफ्ट स्किल विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना है, लेखन क्षमता बढ़ाकर वास्तविक जीवन स्थितियों का अनुभव करते रहना है। खराब व्यवहार बच्चों के मनोबल को कमजोर कर देता है, जो भविष्य जीवन में उनकी विफलता का प्रमुख कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि पीठ थपथपाना, प्रेरणादायी शब्दों का इस्तेमाल, विषम परिस्थितियों में मैं आपके साथ हूं जैसे विश्वास भरे शब्द बच्चों में उत्साह, ऊर्जा तो पैदा करते ही हैं कठिन परिस्थितियों से लडऩे की ताकत भी प्रदान करते हैं। इस दौरान परामर्शदात्ता नीरज कुमार ने कहा कि अभिभावकों का खुला संवाद बच्चों में भावनात्मक समझ विकसित करता है। कार्यक्रम प्रिंसिपल सुनीता मदान, उपाध्यक्ष बृजभूषण बंसल, नवीन धमीजा इत्यादि मौजूद रहे।