अब थैलेसीमिया पीडि़तों को भी मिलेगा पेंशन का लाभ : आयुक्त (दिव्यांगजन) राज कुमार मक्कड़

आर पी डब्लू न्यूज/ मनोज कुमार
- -हरियाणा दिव्यांगजन आयुक्त राज कुमार मक्कड़ ने सुनी दिव्यांगजनों के मन की बात
फतेहाबाद / टोहाना, 13 मई। हरियाणा दिव्यांगजन आयुक्त राज कुमार मक्कड़ ने शनिवार को अपूर्वा फाउंडेशन ट्रस्ट (स्पेशल स्कूल) में दिव्यांगजनों के मन की बात सुनी व दिव्यांगजनों के जीवन में आ रही समस्याओं को भी सुना। इस दौरान उन्होंने अपूर्वा फाउंडेशन ट्रस्ट व संगम दिव्यांग बाल केंद्र का दौरा कर दिव्यांगजनों की समस्याओं, चुनौतियों और जरूरतों को विस्तारित आकलन किया।
टोहाना के अपूर्वा फाउंडेशन ट्रस्ट में आयोजित मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से आयुक्त राज कुमार मक्कड़ ने दिव्यांगजनों के जीवन में आ रही परेशानियों को जाना व सरकार द्बारा दिव्यांगजनों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। आयुक्त ने कहा कि समाज में दिव्यांगजनों को सम्मान पूर्वक देखना चाहिए क्योंकि दिव्यांग भी हमारे समाज का अभिन्न अंग है। उन्हें भी अपने जीवन को पूरे आत्म सम्मान के साथ जीने का अधिकार है। दिव्यांगजनों के प्रति सरकार संवेदनशील है, सरकार ने दिव्यांगों के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई है। उन्होंने बताया कि 13 मई से थैलेसीमिया पीडि़तों के लिए पेंशन चलाई गई जिसके तहत 5 हजार थैलेसीमिया पीडि़तों को इसका लाभ मिलेगा। साथ ही इस तरह के 45 प्रकार के दिव्यांगजनों को भी 2750 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि सरकार ने दिव्यांगजनों के लिए 5 दिन का निशुल्क एडवेंचर कैम्प के तहत बच्चों को भ्रमण पर ले जाया जाता है जिसका बैस कैम्प पंचकुला है। इस साल 2200 बच्चों का फ्री एडवेंचर कैम्प करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने खर्ची व पर्ची सिस्टम को सब बंद कर नया विभाग कौशल रोजगार निगम बनाया जिसके तहत लगभग 1 लाख भर्तियां निकाली गई है जिसमें दिव्यांगजनों को 4 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों को रोजगार देने के लिए गुरुग्राम में अमेजन कम्पनी की साथ एग्रीमेंट किया गया है। इस प्रकार जॉब फॉर यूथ योजना के तहत सभी शहरों में दिव्यांगजनों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने सभी अभिभावकों से दिव्यांग बच्चों के एडमिशन सरकारी स्कूल में करवाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल में दिव्यांगजनों को 1950 रुपये स्टाइफंड मिलता है। सरकार 1380 पोस्ट स्पेशल स्कूल टीचर मुहैया करायेगी जिससे दिव्यांग बच्चों की शिक्षा का स्तर ठीक किया जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी दिव्यांग को हॉस्पिटल के बार-बार चक्कर नहीं लगाने होंगे, इसके लिए उनको नजदीकी सीएससी सेंटर पर रजिस्ट्रेशन करना होगा और एक निश्चित तिथि को डॉक्टर की टीम चेक करेगी व ऑनलाइन ही दिव्यांग प्रमाण पत्र मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी दिव्यांग की एक यूनीक आईटी बनाई जाएगी जिसमें उसकी संपूर्ण जानकारी होगी। किसी भी दिव्यांग बच्चे की 10वीं या 12वीं कक्षा के बच्चों एग्जाम फीस नहीं लगेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी दिव्यांग को अपमानित करने पर 5 लाख रुपये का जुर्माना या 5 साल की सजा या दोनों का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों में जितने भी फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाये गए हैं सभी की जांच की जाएगी। उन्होंने आधार कार्ड सहित अन्य आ रही समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और समाधान किया।
इस दौरान शिक्षा, खेल व अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दिव्यांग बच्चों के साथ-साथ दिव्यांग अध्यापकों को भी सम्मानित किया गया। इससे पहले किसान रेस्ट हाउस में नायब तहसीलदार रमेश कुमार ने हरियाणा दिव्यांगजन आयुक्त राज कुमार मक्कड़ का स्वागत किया। इस मौके पर रेडक्रॉस सचिव श्याम सुन्दर, स्वास्थ्य निरीक्षक जगदीश प्रसाद, चीफ फार्मर ऑफिसर जनकराज, एसएमओ डॉ. कुनाल वर्मा, जेआरसी काउंसलर सुरेन्द्र कुमार, कृष्ण कुमार, अंजू रानी, सेवा संगम चेरिटेबल ट्रस्ट से सतपाल नन्हेडी, वरिष्ठ पत्रकार राकेश जैन, सुनील बंसल इंचार्ज, नेहा वर्मा, नीनू वर्मा, राजा साहनी, रजनी, भानू मेहता, राज कुमार, सुरेन्द्र, रजनी सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।