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आर पी डब्लू न्यूज़/मनोज कुमार
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर समय- समय पर जाकर करें औचक निरीक्षण : उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार

जींद 21 मार्च :- पीएनडीटी एक्ट विषय पर सोमवार देर सायं एक निजी होटल में एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें हेल्थ विभाग, पीएनडीटी के अधिकारियों के साथ-साथ जिला के सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं के अल्ट्रासाउंड संचालकों ने भाग लिया। सेमिनार का शुभारंभ उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने किया। उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने बताया कि ऐसे अल्ट्रासाउंड सेंटर, जो पीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन कर भ्रूण की जांच कर रहे हैं, उनका पर्दाफाश करने के लिए आम नागरिक की भागीदारी भी जरूरी है। ऐसे लोगों को रंगे हाथ पकड़वाने के लिए स्टिंग ऑपरेशन कर आवश्यक सबूत जुटाए जाएं। जिला में अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर समय-समय पर औचक निरीक्षण करती रहे। उन्होंने छापेमारी अभियान से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि भविष्य में भी पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करें।उपायुक्त ने कहा कि भ्रुण हत्या समाज में प्रचलित कुप्रथाओं में से एक है जिसका मैं व्यक्तिगत रूप से विरोध करता हूै। पीसीपीएनडीटी अधिनियम का जिला में पालन कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन तत्पर है। जिला में जितने भी अल्ट्रासाउंड केन्द्र संचालक है, उन्हे पीएनडीटी अधिनियम के तहत जुड़े नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि ऐसे अल्ट्रासाउंड सेंटर्स, जहां पीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन हो रहा है, पर शिकंजा कसने के लिए रिकॉर्डिंग करके विभाग को भेजें। उन्होंने अल्ट्रासाउंड के संचालकों से कहा कि गर्भावस्था के दौरान अल्ट्रासाउंड करवाने वाली प्रत्येक महिला का फार्म भरने जैसी सभी औपचारिकताएं पूरी कर इसकी रिपोर्ट जिला अस्पताल में पहुँचाना सुनिश्चित करें। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड की नई मशीन खरीदने,बेचने व अस्पताल में जगह बदलने की सूचना भी सीएमओ कार्यालय को अवश्य दें, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। उन्होंने कहा कि अल्ट्रासाउंड मशीन से जुड़े सभी अधिकारी,कर्मचारी की हाजिरी, वेतन सम्बंधि जैसी सभी तरह की रिपोर्ट भी सिविल सर्जन को अवश्य भिजवाएं। जिला में कार्यरत सभी रेडियोलॉजिस्ट का पंजीकरण सीएमओ कार्यालय में दर्ज होना चाहिए। उपायुक्त ने बताया कि गत जनवरी माह से जिला ने लिंगानुपात में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है और यह आगे भी रहना चाहिए। जिला में इस समय 1००० पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 993 है, जबकि गत वर्ष भी लिंगानुपात मामले में जिला दूसरे स्थान पर रहा है। उन्होंने गत दिनों करनाल में आयोजित समारोह में जिला को लिंगानुपात में दुसरा स्थान मिलने पर बधाई देते हुए कहा कि इसका श्रेय खाप पंचायत, समाज के प्रबुद्ध लोगों की सकारात्मक सोच,बेटा व बेटी में समाज से मिटने वाला भेदभाव,सामाजिक जागरूकता तथा स्वास्थ्य, शिक्षा,पुलिस,महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़े अधिकारियों का है।सिविल सर्जन डॉ मंजू कादयान ने उपायुक्त को विश्वास दिलाया कि लिंगानुपात मामले में जिला को प्रथम स्थान पर रहने के लिए पूरे प्रयास किये जाएगें। उन्होंने बताया कि गत दिनों जिला में पीएनडीटी एक्ट के तहत 23 तथा एमपीटी के तहत 33 मामलों में छापामार सम्बंधित के खिलाफ एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करवाई गई है। उन्होंने कहा कि यह छापामारी अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्तियो द्वारा लडका होने के लिए झाड़-फूंक कर आयुर्वेदिक दवाईयां दी जा रही है, जिस पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ मैडिकल एक्ट के तहत पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवाई। सेमिनार में राज्य संयोजक जीएल सिंघल ने देश व प्रदेश में भ्रुण हत्या, अवैध तरीके से अल्ट्रासाउंड मशीनों के संचालन, लिंगानुपात के आंकडों जैस विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।