बेटियों के उज्ज्वल भविष्य लिए है सुकन्या समृद्धि योजना

आर पी डब्लू न्यूज़/सुशील शर्मा
दत्तक पुत्री के लिए भी मिलता है योजना का लाभ : एडीसी बलप्रीत सिंह
कैथल, 20 मार्च :- एडीसी डॉ. बलप्रीत सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा बेटियों के उज्ज्वल भविष्य लिए सुकन्या समृद्धि योजना चलाई गई है। यदि आपके घर में एक नन्ही बिटिया ने जन्म लिया है और आप बेटी के भविष्य के लिए पढ़ाई, उच्च शिक्षा एवं शादी आदि के लिए प्लांनिंग कर रहे हैं तो सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना को इसी उदेश्य से बनाया गया है। यह योजना केवल बेटियों के लिए ही बनाई गयी है। इस योजना का लाभ दत्तक पुत्री (जिसे गोद लिया हो) के लिए भी लिया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना बालिकाओं के लिए एक छोटी बचत योजना है, जो बेटियों के भविष्य में होने वाले खर्च की पूर्ति करेगा। योजना को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत शुरू किया गया है। सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत 10वर्ष से कम आयु की बालिकाओं के नाम से माता पिता या उनके लीगल अभिभावक द्वारा यह खाता खुलवाया जा सकता है। जो कि250 रुपये से शुरू होकर 1.50 लाख रुपये हो सकता है। एडीसी ने यह भी कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य इस योजना के माध्यम से देश के बेटियों का भविष्य सुरक्षित करना है। इस योजना का खाता परिवार का कोई भी सदस्य जैसे माता पिता या अन्य कोई अभिभावक आदि खुलवा सकता है। योजना के तहत केवल बेटियों का खाता खोला जाता है। उन्होंने बताया कि खाता खुलवाने के लिए बेटी के जन्म का प्रमाण पत्र, अभिभावक के पते का प्रमाण तथा फोटो पहचान पत्र (पैन कार्ड, वोटर आईडी या आधार कार्ड) की जरूरत पड़ती है। आप सुकन्या समृद्धि योजना का खाता अपने किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक में जाकर खुलवा सकते है।
उन्होंने बताया कि इस योजना हेतु बालिका की अधिकतम प्रवेश आयु 10 वर्ष है। सालाना निवेश राशि 1000 रुपये से राशि एक लाख 50 हजार रुपये है। सुकन्या समृद्घि योजना में कुल 15 वर्ष तक प्रीमियम राशि जमा करनी होती है, जिसकी परिपक्वता अवधि 21 वर्ष है। वर्तमान में इस योजना में मिलने वाले ब्याज की दर 7.60 प्रतिशत है। बालिका की आयु 18 वर्ष पूरे होने पर उसकी उच्च शिक्षा की पढ़ाई हेतु 50 प्रतिशत राशि निकालने का विकल्प दिया गया है। सुकन्या समृद्धि योजना का खाता आप दूसरी जगह भी ट्रांसफर करवा सकते है। यदि लड़की बालिग होने के बाद अपना खुद चलाना चाहती है, तो योजना में भी ये भी प्रावधान है।