
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
-अब योग्य प्रार्थी अपने निकटतम सीएससी से बनवा सकता है चिरायु कार्ड, कुरुक्षेत्र में 3 लाख 22 हजार 755 चिरायु कार्ड बनाने का दिया टारगेट
कुरुक्षेत्र 8 फरवरी :- उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का प्रदेश सरकार ने दायरा बढ़ाकर चिरायु हरियाणा योजना लागू की है। इसलिए अधिकारी चिरायु योजना के पंजीकरण के कार्य को प्राथमिकता दें ताकि जरूरतमंद एवं पात्र व्यक्तियों को समय पर इसका लाभ मिल सके। अहम पहलू यह है कि कुरुक्षेत्र जिला में चिरायु योजना के कार्ड वितरण को लेकर 9 व 10 फरवरी 2023 को सभी सीएससी पर चिरायु कार्ड वितरण शिविरों का आयोजन किया जाएगा। अब योग्य पार्थी अब निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) से अपना चिरायु कार्ड बनवा सकते है। इसके लिए सभी सीएससी संचालकों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए है। यह निर्णय लोगों की सुविधा के लिए लिया गया है।उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब परिवारों को 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है। कुरुक्षेत्र जिले में 3 लाख 22 हजार 755 पात्र लोगों के कार्ड बनाने के लक्ष्य को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगामी 9 व 10 फरवरी 2023 को सभी सीएससी स्तर पर शिविरों का आयोजन करके चिरायु कार्डों का वितरण किया जाएगा। सभी योग्य प्रार्थी अपना फैमिली आईडी नंबर लेकर सीएससी सेंटर में जाकर अपनी केवाईसी या बायोमेट्रिक थंब के माध्यम से अपना चिरायु कार्ड प्रिंट करवा सकते है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी आंगनवाड़ी वर्कर और सीएससी सेंटर को चिरायु कार्ड लाभ पात्रों की सूची उपलब्ध करवाई गई है। योग्य प्रार्थी अपने नजदीकी सीएससी सेंटर व आंगनबाड़ी वर्कर के पास अपना नाम चेक करवा सकते है तथा सीएससी के माध्यम से अपने चिरायु कार्ड का प्रिंट ले सकते है।उन्होंने कहा कि जिले में शेष योग्य प्रार्थियों से लगातार अपील की जा रही है कि योग्य पार्थी अपने नजदीक सीएससी से चिरायु कार्ड बनवा ले और स्वास्थ्य विभाग का प्रयास रहेगा कि आगामी कुछ दिनों में इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जाए। अधिक से अधिक गरीब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बीपीएल परिवारों की वार्षिक आमदनी सीमा को 1.20 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.80 लाख रुपए किया गया है। यह योजना पूरी तरह से कैशलेस, पेपरलेस, पारदर्शी, डिजिटल और आईटी संचालित है, जो पूरे हरियाणा में कुल 729 सार्वजनिक और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में पीएमजेएवाई दिशा-निर्देशों के अनुसार मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाती है।