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आर पी डब्लू न्यूज़/प्रीति धारा

पंचकूला, 9 मार्च :भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज देश के हालात बहुत खराब हो चुके हैं देश में जाति धर्म मजहब के नाम पर बांटकर संप्रदायिक ताकते देश को तोड़ने का काम कर रही है।भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी आज गाव नरड मे भाकियू जिला अध्यक्ष महावीर चहल नरड के निवास पहुंचे ओर भाकियू कार्यकर्ताओ व ग्रामीणो ने महावीर चहल नरड के नेतृत्व मे फुल मालाओ व शाल भेंट कर सरदार गुरनाम सिंह चढूनी का स्वागत किया।भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने पञकारो से बातचीत करते हुए कहा कि रात के अंधेरे मे पंचकूला से सरपंचो को जबरन उठाना सरकार की धक्काशाही व तानाशाही को दर्शाता है।सरकार सरपंचो को बातचीत के लिए ना बुला कर अपनी मनमानी पर उतर रही है। वर्तमान सरकार को बदलने के लिए हर वर्ग के लोगो को इकठ्ठा होना पड़ेगा।तभी जाकर इस तानाशाह सरकार से मुक्ति मिल सकती है। युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह मथाना ने कहा कि पंचायती राज एक ऐसा संस्थान है जो न केवल आजादी के बाद भारत देश का हिस्सा है बल्कि हमारी संस्कृति का भी अटूट हिस्सा है और इसको खत्म करना बेहद गलत बात है।उन्होंन कहा सिर्फ गांव का सरपंच ही गांव की समस्याओं का समाधान कर सकता है और गांव के विकास के कार्य करवा सकता है, सरपंच मजबूत होगा प्रदेश मजबूत होगा।सरकार द्वारा सरपंचों से मिलने का समय दिए 9 मार्च दिये जाने पर कहा कि मुख्यमंत्री आवास धरना स्थल से मात्र 20 मिनट की दूरी पर था लेकिन मुख्यमंत्री की नीयत साफ नहीं है।

पंचकुला-चंडीगढ़ बार्डर पर ई-टैंडरिंग के विरोध में धरने पर बैठे सरपंच अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन सरपंचों पर हरियाणा पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज को बेहद निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजाय सरपंचों से मिलकर उनकी बात सुनने की बजाये प्रदर्शनकारी सरपंचों पर लाठीचार्ज करवा दिया जिसमें महिलाओं और बुजुर्गों को गंभीर चोटें आई हैं। पहले मुख्यमञी यह बताये की कौन सा ऐसा मंत्री या विधायक है जो हर रोज गांव में घूमता है और इनमे से कौन यह बताएगा कि गांव की क्या समस्याएं हैं और गांव में कौन से काम करवाने हैं। सिर्फ गांव का सरपंच ही गांव की समस्याओं का समाधान कर सकता है और गांव के विकास के कार्य करवा सकता है। उन्होंने सरपंचों की पैरवी करते हुए कहा कि सरपंच मजबूत होगा तो सरकार मजबूत होगी और सरकार अगर मजबूत होगी तो प्रदेश मजबूत होगा। सरकार तो पहले से ही कमजोर है अगर सरपंच को कमजोर कर दिया गया तो सरकार के साथ साथ प्रदेश भी कमजोर हो जाएगा।सरकार को जल्द से जल्द सरपंचो के साथ बैठकर इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए।इस मौके पर जिला कार्यकारी अध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल,नरेन्द्र मागो माजरी,विक्रम दुसैण,तेजा गिल,कृष्ण मालखेडी, जोगिंदर केलरम,बलकार खुराना,पुर्व सरपंच कुलदीप नैन डयोड खेडी,हरजिनदर हाबडी,धर्मा नैन,दिलबाग सरपंच,इन्द्र चहल,बलबीर चहल,दीपू भागल,अकित बाबा लदाना,विकास चहल सहित सैकड़ो किसान उपस्थित थे।