आवश्यकता है अध्यात्म और विज्ञान को एक साथ लेकर चलने की -कुलपति अर्चना मिश्रा

आर पी डब्लू न्यूज/ प्रीति धारा
पंचकूला, 24 नवंबर:- मनुष्य को अपनी भावी पीढ़ियों के विकास और बेहतरी के लिए संधारणीय विकास लक्ष्यों को प्राप्त करना होगा । इसके लिए हमें विज्ञान और अध्यात्म को साथ-साथ लेकर चलने की आवश्यकता है । ये शब्द बी आर अम्बेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ अर्चना मिश्रा ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संधारणीय विकास लक्ष्य (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला एवं सेमीनार में कहे ।
डॉ मिश्रा ने कहा कि भारतीय संस्कार हमें वनस्पति और पशुओं की पूजा एवं सत्कार करना सिखाते हैं । सेमिनार में प्रतिभागी प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण भारत के लिए नई अवधारणा नहीं है बल्कि सम्राट अशोक जैसे राजाओं ने पर्यावरण संरक्षण संबधी क़ानून बनाए । भारत में ईको विलेज की अवधारणा भी प्राचीन समय से चली आ रही है ।
उन्होंने सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के विभिन्न 17 बिदुओं पर विस्तार से प्रकाश भी डाला । कुलपति अर्चना मिश्रा इस सेमीनार में बतौर मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता शामिल हुई । सेमीनार एवं कार्यशाला का आयोजन श्री माता मनसा देवी संस्कृत महाविद्यालय, पंचकूला और स्वर्ण जयंती हरियाणा इंस्टिट्यूट फॉर फिस्कल मैनेजमेंट के संयुक्त तत्त्वाधान में किया गया ।
जिला उच्च शिक्षा अधिकारी एवं श्री माता मनसा देवी संस्कृत महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रीटा गुप्ता ने मुख्य अतिथि डॉ अर्चना मिश्रा का स्वागत किया और उनके व्यक्तित्व से श्रोताओं को परिचित करवाया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता सेक्टर -1 कॉलेज के प्राचार्य यशपाल सिंह ने की । सेमिनार के प्रथम सत्र में स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर , स्वर्ण जयंती हरियाणा इंस्टिट्यूट फॉर फिस्कल मैनेजमेंट, डॉ सलेंदर मलिक ने ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल सेनेटाइजेशन’ विषय पर प्रस्तुति दी ।
मलिक ने संयुक्त राष्ट्र सभा द्वारा अंगीकृत किये गए सभी बिन्दुओं से श्रोताओं को विस्तार से परिचित करवाया । दूसरे तकनीकी सत्र के दौरान राजकीय कॉलेज बरवाला, पंचकूला के प्राचार्य डॉ हेमंत वर्मा ने ‘गुणवत्तापरक शिक्षा’ पर अपने विचार प्रस्तुत किये ।
हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग से जॉइंट डायरेक्टर, डॉ विशाल शर्मा ने तीसरे सत्र में ‘ द नेट जीरो एनर्जी बिल्डिंग विद कार्बन क्रेडिट्स फॉर जीरो वेस्ट सस्टेनेबल फ्यूचर’ पर प्रस्तुति दी । कार्यक्रम के अंतिम सत्र में राजकीय महिला महाविद्यालय सेक्टर -14 की प्राचार्य डॉ ऋचा सेतिया ने ‘पॉट कम्पोस्टिंग’ पर लेक्चर और कार्यशाला का आयोजन किया । मंच संचालान कार्यक्रम की संयोजक डॉ रेणुका ध्यानी और दीक्षा भनोट द्वारा किया गया । समापन सत्र में डॉ ऋचा सेतिया ने प्रतिभागियों का धन्यवाद किया । कार्यक्रम इस सेमीनार के आयोजन में प्रो अद्वितीय खुराना का विशेष सहयोग रहा । कार्यक्रम में 100 से अधिक प्रतिभागी जुड़े ।