जिला को बाल श्रम व भिक्षावृत्ति से मुक्त बनाने की दिशा में करें काम: उपायुक्त पार्थ गुप्ता

आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
•बाल श्रम के खिलाफ चलाएं अभियान, बाल मजदूरी करवाने वालों पर होगी कार्रवाई
•डब्ल्यूसीडी व लेबर विभाग करें बाल श्रम तथा स्ट्रीट चाइल्ड बच्चों का सर्वे-सर्वे कर बाल मजदूरी व भिक्षावृत्ति में संलिप्त बच्चों का किया जाए रेस्क्यू
•बाल श्रम उन्मूलन को लेकर उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने ली जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक

सिरसा, 28 दिसंबर:-उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि बाल श्रम व भिक्षावृत्ति के खिलाफ अभियान चलाया जाए। इसके लिए पहले बाल श्रम व स्ट्रीट चाइल्ड का सर्वे किया जाए। इसके बाद जो भी बच्चे इनमें संलिप्त है, उनका रेस्कयू कर उन्हें शिक्षा के साथ जोड़कर समाज में मुख्यधारा में शामिल करें। कोई भी व्यक्ति 14 से कम आयु के बच्चे से मजदूरी या कार्य करवाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।उपायुक्त बुधवार को कैंप कार्यालय में बाल मजदूरी उन्मूलन को लेकर जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने विभागों को आपसी तालमेल बनाकर कार्य करने को कहा, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा व अपने दूसरे कानूनी अधिकारों से वंचित न रहे। जिला को बाल श्रम व भिक्षावृत्ति से मुक्त बनाने की दिशा में गंभीरता से कार्य किया जाए।उपायुक्त ने कहा कि अभियान के प्रथम चरण में जिला में बाल श्रम बच्चों व स्ट्रीट चाइल्ड का सर्वे किया जाए।
यह कार्य महिला एवं बाल विकास विभाग व लेबर विभाग करें। सर्वे कार्य की अपनी-अपनी रिपोर्ट आगामी दस दिन में सर्वे पूरा कर देंगे। उन्होंने कहा कि सर्वे उपरांत जहां पर भी बच्चे बाल मजदूरी या भिक्षावृत्ति में संलिप्त है, उनका रेस्क्यू करने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए पुलिस विभाग का सहयोग लिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि ईंट-भट्ठा, दुकान, कैमिकल यूनिट आदि जहां पर भी कोई बाल श्रम करता बच्चा मिलता है, तो संबंधित मालिक के खिलाफ जरुरी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए। इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक जय भगवान, डीसीपीओ डा. गुरप्रीत, बचपन बचाओ अभियान के स्टेट कोऑर्डिनेटर पुनीत शर्मा सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।