
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
सोनीपत, 25 अप्रैल:- जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा गांव बड़वासनी स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में मनोवैज्ञानिक बाल सलाह परामर्श व कल्याण केंद्र की सेवाओं के तहत किशोर छात्राओं को सामाजिक परिवेश, प्रेरक संवाद करियर चयन में सहायक जागरूक बचपन-सशक्त युवा विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किय गया। इस सेमिनार में मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि किशोरावस्था निरंतर विकास व परिवर्तन की उम्र है। आकर्षण, जिज्ञासा, उत्तेजना, चंचलता, व्याकुलता की वजह से एकाग्रता का अभाव रहता है। यही वह घड़ी है जब कैरियर निर्माण हेतु उचित कदम बढ़ाए जा सकते हैं।मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी ने कहा कि सही विषयों का चुनाव सही और गलत का भेद समझना जानना जरूरी है। वर्तमान और भविष्य जीवन की सफलता बहुत कुछ निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि आसपास के परिवेश, रुचि, आदत, नजरिया का व्यक्तित्व के हर पहलू पर भौगोलिक, सामाजिक, सांस्कृतिक परिवेश का सीधा असर पड़ता है। कुदरत ने हर व्यक्ति को निराला बनाया है सिर्फ अंतर्मन में झांक कर खुद को सही से पहचानने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि अपनी कमजोरी को ताकत में बदलना है और ताकत का निरंतर अभ्यास करके और अधिक निखारना है। अपने भीतर के घोड़े की पहचान करनी है उसे सही दिशा और गति देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी पूर्वक अपनी असफलता के लिए जिम्मेदार कारणों की सूची बनाएं जो छूट गया है उसे हासिल करने के लिए सही रोडमैप तैयार करें। माता-पिता, शिक्षक, आदर्श व सच्चे दोस्त के साथ अपनी सफलता -असफलता और आगामी रणनीति पर चर्चा अवश्य करें। उन्होंन कहा कि एक पंक्ति की रणनीति तैयार करें कि कौन लोग आप को प्रेरित करते हैं, कौन लोग और क्या चीज विचलित करती हैं किन से आप को सुरक्षित दूरी बनाए रखनी चाहिए। इसके अलावा निरंतरता, कड़ी मेहनत, स्थिरता और ईमानदारी जीवन में जरूरी है।इस मौके पर विद्यालय के प्राचार्य सूरजभान, कार्यक्रम अधिकारी संदीप, सहायक कार्यक्रम अधिकारी धर्मपाल, परामर्शदाता इंदु रानी, सुनील रानी सहित स्कूल के शिक्षक मौजूद रहे।