
आर पी डब्लू न्यूज़/राजीव मेहता
यमुनानगर,02 जनवरी:- ब्लड टेस्ट लैब में काम करने वाली महिला द्वारा अपने डॉक्टर और उसके बेटे पर छेड़छाड़ और ब्लैकमेल करने की झूठी शिकायत के विरोध में डॉक्टर के परिजन जिला पुलिस अधीक्षक से शिकायत रद्द करने और निष्पक्ष जांच की मांग करने पहुंचे। डॉक्टर संजीव शर्मा की बेटी शिवाली ने बताया कि उसके पिता डॉक्टर संजीव शर्मा और बेटा निशांत शर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में पी सी लैब चलाते हैं।

जहां पर मरीजों का ब्लड लेकर सैंपल चेक किए जाते हैं। वहीं लैब में एंट्री रिकार्ड का काम करने वाली महिला पिंकी ने मेरे पिता डॉक्टर संजीव शर्मा और भाई निशांत शर्मा पर छेड़छाड़ कर ब्लैकमेलिंग करने और पैसे ऐठने की नीयत से पुलिस में झूठी शिकायत दी है। जिस पर यमुनानगर पुलिस थाने में मेरे पिता को धमकाया गया और जेल में डाल देने की धमकी दी गई। और केस खत्म करने के 7 लाख रूपये की मांग की। जिस पर 25 हजार रूपये देकर छोड़ा गया। लिए ढाई लाख रूपये जल्द देने और फिर बकाया रकम देने की मांग की गई। शिवाल ने बताया कि महिला काफी समय से काम करती थी लेकिन पिछले कुछ समय से वह ग्राहकों से पैसे लेकर और ब्लड का सैंपल लेकर रजिस्टर में एंट्री नहीं करती थी। जिसको लेकर मेरे पिता डॉक्टर संजीव शर्मा ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया और उसे नौकरी से निकाल दिया।
रंजिश में आकर उसने पुलिस में झूठी शिकायत दी है। हमारी जिला पुलिस अधीक्षक से मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर मेरे पिता और भाई के खिलाफ झूठी शिकायत को रद्द किया जाए।