
आर पी डब्लू न्यूज़/राजीव मेहता
यमुनानगर जनवरी 2:-दिन सोमवार को उद्योग व्यापार मण्डल हरियाणा की शाखा यमुनानगर के द्वारा नगर निगम मेयर मदन चौहान को ‘मुख्यमंत्री हरियाणा’ के नाम पर मांग पत्र सौंपा गया व शहर में हो रही समस्याओं के संदर्भ में चर्चा की गई। जिसमें सरकार से नगर निगम की मौजूदा नितियों पर नाराजगी जताई गई। मौके पर समाजसेवी व उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष, महेन्द्र मित्तल अपनी कार्यकारिणी के साथ उपस्थित रहे।

महेन्द्र मित्तल ने मेयर मदन चौहान को अवगत किया जिले की सफाई व्यवस्था चौपट हो चुकी है। निगम के पास अच्छी व्यवस्था नही है। चुनावो से पहले मुख्यमंत्री हरियाणा श्री मनोहर लाल ने ट्रेड लाईसैन्स के खत्म करने की घोषणा की थी और व्यापारियों से वोट उसके नाम पर वोट लिया। किन्तु मुख्यमंत्री हरियाणा की घोषणा जो की सच्चाई से कोसों दूर साबित हो रही है। सरकार ने बहुत बार समाप्ति की घोषणा की पर आज तक ट्रेड लाईसैन्स समाप्ति की घोषणा की अधिसूचना जारी ना कर सरकार की झूठी फैलाया। जिस पर व्यापारियों ने सरकार से नोटिफिकेशन जारी करने की मांग और कहा की सरकार द्वारा करवाये गये नये सम्पत्ति रिअसैसमैन्ट सर्वे को रद्द कर दोबारा से सर्वे करवाया जाये – महेन्द्र मित्तल महेन्द्र मित्तल ने कहा की जब भी कोई आन्दोलन या उपद्रव होता है। तो सबसे पहले व्यापारी को डराया व धमकाया जाता है।आज हरियाणा के व्यापारी जो कि अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। नये नये पोर्टल लगा कर उनमें जुर्माना व पैनेल्टी के नाम पर आर्थिक शोषण किया जा रहा है। सरकार व नगरनिकाय मन्त्रालय की भर्मित नितियों के कारण हरियाणा वासी उलझन मे है। सरकार की नितियों से अफसरशाही हावी हो गई है। जिससे भ्रष्टाचार बढ गया है। सम्पत्ति सर्वे करवाया। जो कि गलत है। जो सर्वे हुआ है वह सम्पत्ति स्वामी की जानकारी मे ऩही किया गया है। जिससे अनजान व्यक्ति को स्वामी बना कर गलत पता व गलत फोन के साथ अपडेट कर दिया गया है। सरकारी अधिकारियों ने केवल खानापूर्ति की है। जो कि भ्रष्टाचार होने का सूचक है। नगरनिगम के नये सर्वे मे नाम व स्थान गलत हैं। जिस कारण समाज मे आपस मे झगडे होंगें। आपकी जानकारी मे लाना चाहते हैं कि 2011 में भी सर्वे हुआ था । उसको आधार नही बनाया गया। नगर निगम अब क्षेत्र पर खर्चो का बोझ बन गया है। नगरनिगम खर्च तो ले रहा है किन्तु समाज को उसके मुताबिक सुविधाएं नही दे रहा। मांग की गई की सर्वे को रद्द किया जाये। डिवैलपमैन्ट चार्जेस वसूली के कानून को हटाया जाये। ट्रेड लाईसैन्स को रद्द होने की अधिसूचना जारी की जाये। अनऐपरूवड कालोनियों को दोबारा बिना शर्त ऐपरूवड किया जाये। आम समाज को नगरनिगम में डिवैलपमैन्ट चार्जस के कानून बना कर

हरियाणावासियों का आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है। डिवैल्पमैन्ट चार्जेस के नाम पर भारी भरकम राशि नगरनिगम मे जमा करवानी पडती है। नगरनिगम अधिकारियों ने जानबूझकर एपरूवड कालोनियों को अनऐपरूवड कर दिया। जिस कारण सम्पत्ति का क्रय व विक्रय नही हो पा रहा है। जरूरतमन्द व्यक्ति बैंको से लोन तक नही ले पा रहा है। अनऐपरूवड कालोनी होने के कारण अफसरशाही बढ गई है। जिस समपत्ति पर डिवैलपमैन्ट चार्जेस ले रखा है। और जिन के नक्शे भी पास हैं। उन सम्पत्ति पर भी अनऐपरूवड कर रोक लगा दी है। खाली पडे प्लाटों पर भी डिवैल्पमैंट चार्जेस लिया जा रहा है। जिससे अफसरशाही व भ्रष्टाचार बढ गया है। सबकी निष्पक्ष जांच करवाई जाये। गलती अधिकारी कर रहे हैं। जिसका भुगतान हरियाणावासियों को करना पड रहा है। सफाई व्यवस्था मे ठेका प्रणाली समाप्त कर पक्के सफाई कर्मचारी लगाये जाये। यमुनानगर के एकत्रित कूडा को हमीदा हैड पर गिराया जा रहा है। जहां बिमारियां फैलने का खतरा है। व सडको पर कूडा फैला रहता है। यमुना जी भी प्रदूषित हो रही है। और प्रतिदिन हमीदा हैड पर गन्दगी में मछली फंस कर मर जाती हैं। सरकार व्यवस्था सुचारू करे। नगरनिगम को आदेश दे कर पक्के सफाई कर्मचारी रख कर सफाई व्यवस्था को सुधारा जाये। जीवनदायिनी मां यमुना मे नगरनिगम द्वारा गिराये जाने वाले सभी गन्दे नालो पर रोक लगाई जाये। एसटीपी लगा कर गन्दे पानी को साफ कर सिंचाई विभाग को दिया जाये। जिससे पानी व्यर्थ नही जायेगा। – जब सरकार प्रापटी टैक्स के बकाया राशि पर ब्याज पैनल्टी की माफी कर सकती है। तो सरकारी किरायेदार दुकानदारो से ब्याज पैन्लटी खत्म कर उन्हे भी सहयोग किया जाये। नगरनिगम के दुकानों के बकाया राशि के दुकानदारो पर ब्याज व पैनल्टी को समाप्त किया जाये। एवं बकाया किराये 25 % में समझोता कर व्यापारी को व्यापार करने का अवसर दिया जाये।आवारा कुत्तों के लिये व्यवस्था की जाये। उन्हे शहर बाहर शेल्टर बना कर दिया जाए गलियों मे घूम रहे आवारा कुत्तों के पालन हेतू योजना बनाई जाये। वाहन पार्किंग के लिये व्यवस्था बनाई जाये।खाली प्लाटों से गारबेज टैक्स लिया जा रहा है। जो की जनता का शोषण है। घरो से लिया जा रहा है ।

गारबेज टैक्स समाप्त किया जाये। गारबेज टैक्स को खत्म किया जाये। यमुनानगर, फरीदाबाद, गुडगांव, पानीपत, हिसार जिले व अन्य उद्योग स्थापित जिले को एसईजैड बना कर व्यापारियों को सहयोग कर उद्योग विकसित करने के अवसर दिये जायें। जिससे रोजगार के अवसर भी बहुतायत में उत्पन्न होंगे। उद्योगो का पलायन भी रूकेगा।यमुनानगर के पुराना रादौर रोड पर बन रहे आरओबी रेलवे ओवर ब्रिज शीघ्र पूर्ण किया जाये। एवं आरऔबी को ईन्डस्ट्रीयल एरिया की चौडी स़डक पर भी उतारा जाये। जिससे शहर में वाहन संख्या से बढने के कारण भीड ना बढे।रेह़डियो पर व दुकानदारों के पन्नी के चालान कट रहे हैं। उसे रोक कर निर्माण व वितरण प्रणाली को समाप्त किया जाना चाहिए सरकार द्वारा पास हुए कपड़े के थैले का भी चालान काटा जा रहा है। जो की गलत है। सरकार अपनी नितियो पर पुनः विचार करे यमुनानगर में स्टार्च मिल व शुगर मिल जो कि पुराना रादौर रोड और ईन्डस्ट्रीयल एरिया के मध्य मे है। मिल के अधिकारियों की मनमानी से वहां मिल से बहुत भारी मात्रा मे काली केरी उड कर आती है वातावरण प्रदुषित हो रहा हैं। लोगो की आंखे खराब हो जाती हैं। स्टार्च मिल व शुगर मिल सब जगह काली केरी पडी हुई है। मिल कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही हो और समस्या का समाधान करवाया जाये। महेन्द्र मित्तल ने कहा की बहुतायत व जटिल लाईसैन्स प्रणाली के इन्हीं कारणों के वजह से व्यापारी का बच्चा व्यापार छोड़ कर बड़े बड़े उद्योगपतियों घरानो के पास नौकरियां कर रहा है। सरकार अपनी कार्यशैली पर मंथन करे। सरकार मेड इन इंडिया के तहत बाहर से व्यापारियों को आने का न्योता दे रही है। किन्तु स्थानीय व्यापारियों पर कर व लाईसैन्स का गैर जरूरी दबाब डाल रही है। व्यापारी राष्ट्र के विकास की रीढ की हडडी है । मौके पर संजय मित्तल , जिला प्रभारी संदीप गांधी ने कहा कि व्यापारी के प्रतिभावान बच्चों को विदेश जाना पड रहा है जोकि देश की उन्नति के लिए घातक है ।सरकार को अपनी प्रतिभावान पीढ़ी को सम्मान जनक रोजगार के अवसर देने होंगे । तभी देश का उचित विकास संभव होगा। यदि कम पढें लिखे मन्त्री और कम नम्बरों से पास अधिकारी ही देश सम्भालेगे तो देश का विनाश होने में देर नहीं लगेगी। इस अवसर पर संजीव गुप्ता, दीपक कपूर, ओमपाल धीमान, सरदार काला तिल, सरदार करनैल सिंह अमित, दीपक कपूर संदीप गांधी, संजय मित्तल सरदार करनैल सिंह नामधारी ममता शर्मा, संजय शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये।