
आर पी डब्लू न्यूज़/राजीव मेहता

यमुनानगर,जनवरी 18:- यमुनानगर में सोमवार को सरपंच ई टेंडरिंग के विरोध में उतर आए। जगाधरी स्थित बीडीपीओ कार्यालय पर ताले लगा दिए गए। सरपंचों का कहना है कि ई-टेंडरिंग के माध्यम से सरकार पंचायती राज को खत्म करना चाहती है। वही सरपंचों ने अपना मानदेय बढ़ाकर ₹15000 करने और राइट टू रिकॉल बंद करने की भी मांग उठाई।सरंपचों का कहना है कि 2 लाख की राशि से गांव की कोई भी मांग पूरी नहीं हो सकती है। ऐसे में ग्रामीणों ने जिस उम्मीद से उन्हें सरपंच पद के लिए चुना है, वह खत्म हो गई है। ऐसे हालात में वे ग्रामीणों की मांगों पर कभी भी खरा नहीं उतर पाएंगे उनकी सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द उनकी मुख्य मांगों को पूरा किया जाए। क्योंकि ईटेंडरिंग के माध्यम से सरकार जो काम करवाना चाह रही है उससे सरपंचों को काफी परेशानी आने वाले हैं

क्योंकि कोई भी ठेकेदार काम करते वक्त पूरा पैसा नहीं लगाएगा और गांव में हुए कामों की जिम्मेदारी सरपंच पर होगी। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना चाहती है परन्तु दूसरी तरफ सरपंचों पर विश्वास नहीं किया जा रहा है। ऐसे में पंचायतों को पूरा मान सम्मान देते हुए पूरी छूट दी जाएं, ताकि गांवों का सम्पूर्ण विकास करवाया जा सके नहीं तो आने वाले समय में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बता दें कि सोमवार को भी हरियाणा के कई जिलों में इसी तरह बीडीपीओ दफ्तरों पर ताले लगाए गए हैं. जब से हरियाणा सरकार ने पंचायतों के काम की स्लैब जारी की है जब से यह विरोध प्रदर्शन जारी हैं देखना होगा यह और कितना लंबा चलेगा और सरकार इनकी मांगों पर गौर फरमाएगी या नहीं ।