
आर पी डब्लू न्यूज़/राजीव मेहता

यमुनानगर, 18 अप्रैल:- लंबे समय से वेतन/मानदेय व राशन का पैसा जारी नहीं करने के विरोध में मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा संबंधित सीटू व सहयोग सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की वर्करों ने मंगलवार को हरियाणा सरकार के खिलाफ लघु सचिवालय के सामने नई अनाज मंडी में जोरदार प्रदर्शन किया। और जिला उपायुक्त के माध्यम से शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।मौके पर राज्य महासचिव शरबती ने बताया कि पिछले करीबन 6 महीने से मिड डे मील वर्करों के मानदेय/वेतन नहीं मिल रहा है। न ही कुकिंग कोस्ट का पैसा डाला जा रहा है। बार-बार ज्ञापन भेजने,धरना/ प्रदर्शन करने के बावजूद हालात ज्यों के त्यों हैं। इतने लंबे समय से मानदेय न मिलने के चलते वर्करों के घरों के हालात बेहद खराब हैं। उन्होंने बताया कि अगर सरकार ने जल्द ही वर्करों का वेतन व कुकिंग कोस्ट का पैसा जारी नही किया तो 18 अप्रैल को उपायुक्त कार्यालय पर मिड डे मील वर्कर्स सामुहिक रूप से प्रदर्शन करते हुए रोष प्रदर्शन करेंगी। उसके बाद 28 अप्रैल को सभी मिड डे मील वर्कर स्कूलों में राशन नहीं बनाएगीं। वे हड़ताल करके प्रदर्शन करेगी। इस हड़ताल को लगातार भी जारी रखा जा सकता है।उन्होंने बताया कि हमारी मुख्य मांगें है कि 1.मिड डे मिल वर्कर्स का बढ़ाया गया मानदेय प्रत्येक महीने की 7 तारीख तक मिल जाए। मानदेय मिड डे मील वर्कर्स के खाते में डाला जाए।2.मिड डे मील वर्कर्स का बकाया मानदेय तुरंत जारी करवाया जाए।

3.मिड डे मील वर्कर्स की बेगार बंद हो। बच्चों के खाना खाने के बाद किसी भी मिड डे मील कुक पर स्कूल में रहने का कोई दबाव न बनाया जाए। 4.स्कूलों को मर्ज करना और उन्हें बंद करने का कदम वापस लिया जाए। जिन वर्कर्स को हटाया जा रहा है, उन्हें काम पर वापस लिया जाए।5.मिड डे मिल वर्कर्स की रिटायरमेंट उम्र 65 साल की जाए व 2 लाख रूपये रिटायरमेंट लाभ मिले। 6.पहले से लगी मिड डे मील वर्कर्स को 65 साल की उम्र से पहले न हटाया जाए।हटाई गई वर्कर्स को काम पर रखा जाए। 7.वर्दी भता कम से कम 2000 रूपये सालाना किया जाए।8.सभी मिड डे मील कूक को ईएसआई व पीएफ में कवर किया जाए। 9.मिड डे मील वर्कर्स का मैडिकल निःशुल्क हो ।10.सभी मिड डे मील वर्करों को पक्का कर्मचारी बनाया जाए और न्यूनतम वेतन 24000 रूपये हो।मानदेय 12 महीने मिले।