
आर पी डब्लू न्यूज़/राजीव मेहता
तीन पुलिसकर्मियों से 7 लाख लूटे

यमुनानगर, 30 अप्रैल:- जिन पुलिसकर्मियों के हाथ में लोगों की सुरक्षा का जिम्मा है। अगर वही पुलिस लोगों को लूटने लग जाएगी तो फिर आप क्या करेंगे। यमुनानगर में डायल 112 पर तैनात तीन पुलिसकर्मी ने एक शख्स से करीब 7 लाख लूट लिये लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच भी लिया।वीओ- हरियाणा में जहां डायल 112 को सरकार ने क्विक सेवा के लिए तैनात किया था और प्रदेश भर में इसकी तारीफ हो रही थी।तो वहीं अब डायल 112 की छवि को धूमिल करने वाला मामला यमुनानगर से सामने आया है। जहां डायल 112 पर तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत आई है कि योजनाबद्ध तरीके से उन्होंने हिमाचल निवासी एक शख्स के साथ लूट की है।शिकायत में पांवटा साहिब के रहने वाले अनिल ने बताया कि उसका हिमाचल में एक होटल और कॉलेज है। जिसके फर्नीचर खरीदने के लिए वह 7 लाख लेकर अपनी कार से यमुनानगर की तरफ जा रहा थे ।रास्ते में प्रताप नगर के बाद उससे एक युवक ने लिफ्ट मांगी।उसने स्टूडेंट समझकर उसे बिठा लिया। कुछ देर बाद युवक ने पानी पीने के लिए कार रुकवाई और फिर से वह चल पड़े।थोड़ी ही देर बाद मोबाइल नेटवर्क का बहाना बनाकर उस युवक ने फिर से कार्रवाई और उसने एक फोन कॉल की और चंद सेकंड में वहां डायल 112 पहुंची और उसमें 3 पुलिस वर्दी में और एक सादी वर्दी में तैनात थे।जिसके बाद पांचों ने मिलकर उसकी कार की तलाशी ली और उसकी कार में बैग में रखे मौजूद 7 लाख लेकर वे सभी रफूचक्कर हो गए।

एक राहगीर ने पीड़ित को प्रताप नगर पुलिस थाने का नंबर दिया।जिसके बाद मौके पर प्रताप नगर थाना पुलिस भी पहुंची और उसकी शिकायत ली।एसएचओ राकेश राणा ने बताया की मामले की जांच चल रही है।मुख्य आरोपी और उसके साथी अभी फरार हैं । पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी को काबू कर इस मामले का खुलासा किया जाएगा। सेवा सुरक्षा और सहयोग का नारा देने वाली हरियाणा पुलिस पर एक धब्बा इन पुलिसकर्मी ने लगा दिया है ।पुलिस पर जनता को कितना विश्वास है ।शायद यह कहने की जरूरत नहीं है । लेकिन इस तरह की घटनाओं से जनता और पुलिसकर्मियों के बीच खाई कम नहीं बल्कि अविश्वास की खाई और ज्यादा पैदा हो जाएगी ।फिलहाल देखना होगा लुटेरे पुलिसकर्मियों का इरादा सिर्फ लूट का ही था या फिर कुछ और ।