बरसात के बीच टूटी छत, उसके नीचे रहने को मजबूर हो रही शकुंतला देवी

आर पी डब्लू न्यूज़/राजीव मेहता
यमुनानगर, 02 मई:-यमुनानगर के गांव गघौली कॉलोनी की 55 वर्षीय शकुंतला नामक महिला भरी बरसात के बीच अपनी टूटी हुई छत के नीचे रहने पर मजबूर हो रही है। पिछले 8,10 सालों से यह महिला अपने परिवार से दूर टूटी हुई छत के नीचे रहने पर मजबूर हो रही है।आपको बता दें कि महिला का नाम शकुंतला देवी है। जोकि यमुनानगर तेजली खेल परिसर के गधौली कॉलोनी में पिछले कई सालों से अपनी टूटी हुई छत के नीचे परिवार से दूर रहने पर मजबूर हो रही है। शकुंतला देवी के पति की मौत 15 साल पहले हो चुकी है। उसके पास दो लड़के हैं। एक लड़के का सड़क दुर्घटना में शरीर इतना क्षतिग्रस्त हो गया था कि वह काम करने में असमर्थ है। उसका दूसरा लड़का इतना कमजोर है कि वह पूरे परिवार का भोज नहीं उठा सकता जिसके चलते शकुंतला देवी अपना जीवन निर्वाह का सारा कार्य खुद अपने बलबूते पर कर रही है।10 साल पहले उनके घर की छत प्राकृतिक आपदा के कारण गिर गई थी। जिसके कारण वह अपने घर की छत की मरम्मत भी नहीं कर पाई क्योंकि उसके पास दो वक्त की रोटी खाने के लिए पैसे नहीं थे। तो वह अपनी छत की मरम्मत कैसे करवाती उसने जिला प्रशासन से भी कई बार छत की मरम्मत के लिए अर्जी लगाई नगर निगम अधिकारियों के चक्कर भी लगाए नगर पार्षद महोदय के पास भी धक्के लेकिन किसी ने भी उसकी कोई सहायता नहीं की आज भी यह महिला पिछले 10 सालों से अपनी टूटी हुई छत के नीचे अकेले ही अपनी जिंदगी के दिन काट रही है उसने जिला उपायुक्त महोदय से लेकर नगर निगम अधिकारियों के पास भी अपनी गुहार लगाई है लेकिन उसकी अर्जी पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है । आज भी हो रही सुबह से भारी बरसात में उसके घर में चारों तरफ पानी ही पानी भर गया हर बरसात में उसके घर का हाल यही होता है चाहे आसमान से बरसने वाला पानी हो जा सूरज की भयंकर गर्मी यह है महिला हर मौसम में ऐसे ही रातों को बैठ बैठ कर अपने दिन काट रही है। भयंकर सर्दी में भी यह महिला एक कोने में सारी रात जागकर काटती है लेकिन इसकी सुनवाई और सहायता करने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है पड़ोस की रहने वाले लोगों से बातचीत की गई थी। उन्होंने कहा कि वह पिछले 10 सालों से इसी कॉलोनी में रह रही है। व्यवहार और बर्ताव में बहुत अच्छी है। सारा मोहल्ला सारी गली उसकी सहायता करते हैं लेकिन अभी तक भी उसके मकान की छत की मरम्मत नाथ जिला प्रशासन के अधिकारियों ने करवाई है ना ही यहां केएमसी ने उसकी कोई सुनवाई की है। हम सभी मिलकर जिला प्रशासन और विधायक नगर निगम अधिकारियों से महिला की सहायता के लिए गुहार लगाते हैं ।