
आर पी डब्लू न्यूज़/राजीव मेहता
यमुनानगर, 18 मई:- यमुनानगर के जगाधरी के सिविल अस्पताल में आज सुबह वंदना नामक महिला की डिलीवरी के दौरान दर्दनाक मौत हो गई वंदना की मौत के लिए परिजनों ने जगाधरी सिविल अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज के दौरान लापरवाही से कार्य करने के गंभीर आरोप लगाए हैं पुलिस को सूचना मिलते ही जगाधरी पुलिस एसएचओ जनक राज अपने पुलिस कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे और महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने के लिए जगाधरी के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में भिजवा दिया है।पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिटी थाना जगाधरी एसएचओ जनक राज ने बताया कि उन्हें आज सुबह 6:00 बजे के लगभग सिविल असताल जगाधरी से फोन द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी कि 20 वर्षीय वंदना जोकि जगाधरी की शांति कॉलोनी की यमुना विहार गली की रहने वाली है। वह 15 तारीख को सिविल अस्पताल जगाधरी में डिलीवरी के लिए भर्ती होने आई थी आज सुबह उसकी डिलीवरी के दौरान मौत हो गई ।परिजनों ने दिए बयान के अनुसार डॉक्टरों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक के परिजनों के बयान ले लिए गए हैं और जैसे भी मुनासिब कार्रवाई होगी वह अमल में लाई जाएगी अगर डॉक्टर द्वारा लापरवाही बरती गई है तो डॉक्टर के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वही पत्रकारों से बातचीत करते हुए मृत का वंदना की ननंद उर्मिला ने बताया कि वह अपनी भाभी को इलाज के लिए जगाधरी के सिविल अस्पताल में 15 तारीख से भर्ती करवाया था लेकिन जब बच्चा बाहर तक आ गया तब तक भी यहां की नर्सों ने उसका इलाज नहीं किया और उन्होंने उसके गुप्तांगों में हाथ डालकर उसके नीचे की नस काट दी जिसके कारण उसे तेज ब्लीडिंग होने लगी। वह बार-बार नर्सों और डॉक्टरों से वंदना के इलाज के लिए गुहार लगाते रहे लेकिन डॉक्टरों ने उनकी एक नहीं सुनी और जब वह मर गई तो उन्होंने उसे पीजीआई के लिए रेफर कर दिया ।
अस्पताल से थोड़ी दूर पर ही उन्होंने देखा कि वंदना की सांसे थम गई थी वंदना उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के कैथौला की रहने वाली थी ।यहां पर वह अपने परिवार के साथ जगाधरी की शांति कॉलोनी में रहती थी उसका पति महेश त्रिमूर्ति प्लाई बोर्ड फैक्ट्री लेबर का काम करता है ।मृतक के परिजनों का कहना है कि जब तक नर्सों में डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी वह शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे ।