2.50 लाख रुपए सिक्योरिटी रिलीज करने के लिए SDO ने ठेकेदार से मांगी 11,000 की रिश्वत, रंगे हाथ हुआ खेल खत्म

आर पी डब्लू न्यूज/ मंडल ब्यूरो प्रमुख राजीव मेहता
यमुनानगर 18 जुलाई:- यमुनानगर विजिलेंस टीम ने थर्मल पावर प्लांट के एक अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। विजिलेंस टीम ने बताया कि सिक्योरिटी रिलीज करने के लिए उसने ठेकेदार से 11 हज़ार की रिश्वत मांगी 10 हज़ार के साथ डील फाइनल हुई।

हरियाणा में भ्रष्ट अधिकारियों की जमात में लगातार इजाफा हो रहा है। रिश्वतखोर अधिकारी हरियाणा सरकार की जीरो टोलरेंस पर बट्टा लगा रहे हैं। अधिकारियों पर तगड़ी लगाम कसने की लाख कोशिश की जा रही है लेकिन वह मौका देख रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। यमुनानगर में विजिलेंस टीम ने एक ऐसे ही रिश्वतखोर अधिकारी का का खेल खत्म किया है।विजिलेंस की टीम ने थर्मल पावर प्लांट असिस्टेंट एक्जीक्यूटिव इंजीनियर आशुतोष अग्रवाल को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। वह ठेकेदार से सिक्योरिटी वापस करने की एवज में रिश्वत ले रहा था।विजिलेंस इंस्पेक्टर सतपाल ने बताया कि पानीपत के रहने वाले अर्जुन कुमार ने साल 2022 में थर्मल पावर प्लांट में रखरखाव का ठेका लिया हुआ था। जिसके लिए उसने सिक्योरिटी राशि जमा कराई थी। दिसंबर में यह ठेका पूरा हो गया था। अब वह सिक्योरिटी राशि वापस मांग रहा था। यह सिक्योरिटी फैक्ट्री मैनेजर विभाग के एईई को ही पास करनी थी। इसके लिए एईई आशुतोष ने 11 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। बाद में दस हजार रुपये में बात तय हो गई। इसकी शिकायत अर्जुन ने एंटी करप्शन ब्यूरो को दी। ब्यूरो की टीम ने एईई को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। प्लानिंग के तहत सोमवार को अरूण ने एसडीओ को फोन किया। जिस पर उसने थर्मल प्लांट में अपने आवास पर बुलाया। जैसे ही वह उसे पैसे देने लगा। इशारा पाकर ब्यूरो की टीम ने आरोपी एईई को पकड़ लिया।
आरोपी आशुतोष को कल कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। फिलहाल विजिलेंस टीम आरोपी से पूछताछ करेगी। उम्मीद है कि आरोपी आशुतोष और भी कई खुलासे कर सकता है।